वायुसेना प्रमुख एपी सिंह ने नागपुर में रखरखाव कमांड कॉन्क्लेव की अध्यक्षता की



कॉन्क्लेव के दौरान वायुसेना कमांडरों ने संचालन, रखरखाव और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी प्रमुख चुनौतियों पर चर्चा की। इसके साथ ही, मिशन तत्परता और बेड़े की उपलब्धता बढ़ाने के लिए नए समाधानों को शेयर किया। एयरफोर्स चीफ को रखरखाव कमान की उन पहलों के बारे में जानकारी दी गई, जो विदेशी ओईएम पर निर्भरता कम करने, सिस्टम विश्वसनीयता बढ़ाने, जीवन विस्तार अध्ययन, आपूर्ति श्रृंखला की दक्षता बढ़ाने और तकनीकी नवाचारों पर केंद्रित हैं।
उन्होंने भारतीय वायु सेना की परिचालन तत्परता में महत्वपूर्ण योगदान और आत्मनिर्भर भारत के राष्ट्रीय दृष्टिकोण के साथ तालमेल के लिए रखरखाव कमान के कर्मियों की सराहना की। एयर चीफ मार्शल एपी सिंह को मेन्टेनेंस कमांड की उन पहलों के बारे में जानकारी दी गई, जो विदेशी ओईएम पर निर्भरता कम करने, सिस्टम विश्वसनीयता बढ़ाने, जीवन विस्तार अध्ययन, आपूर्ति श्रृंखला की दक्षता बढ़ाने और तकनीकी इनोवेशन पर केंद्रित हैं।
उन्होंने भारतीय वायुसेना की परिचालन तत्परता में उनके महत्वपूर्ण योगदान और आत्मनिर्भर भारत के राष्ट्रीय दृष्टिकोण के साथ उनके समन्वय के लिए 'मेन्टेनेंस कमांड' के कर्मियों की सराहना की। इस दौरान एयर चीफ मार्शल ने भारतीय वायुसेना के संचालन को बनाए रखने में रखरखाव कमान की महत्वपूर्ण भूमिका पर बात की। उन्होंने सभी अधिकारियों और कर्मियों से प्रोफेशनलिज्म, सेफ्टी और एफिशिएंसी के हाई स्टैडर्ड के लिए प्रयासरत रहने का आह्वान किया।