साबरकांठा में आग और अफरातफरी: दो गुटों की भिड़ंत में 30 गाड़ियां जलीं, 10 लोग घायल, पुलिस ने 120 पर दर्ज किया केस


रात 10:30 बजे भड़की आग

वाहनों और घरों को पहुंचा नुकसान
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, हिंसा के दौरान करीब 20 दोपहिया और 10 चारपहिया वाहनों को आग लगा दी गई। कई घरों की खिड़कियां और दरवाजे तोड़ दिए गए। गलियों में जले वाहनों का मलबा और बिखरे ईंट-पत्थर अगले दिन भी दिखाई दिए। ग्रामीणों के अनुसार, यह झड़प लंबे समय से चल रहे विवाद के कारण भड़की जो आखिरकार हिंसा में बदल गई।
पुलिस कार्रवाई में 20 लोग गिरफ्तार
अतुल पटेल ने बताया कि पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की है। अब तक 20 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जबकि लगभग 110 से 120 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने पूरे गांव में निगरानी के लिए अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है और घटनास्थल से वीडियो फुटेज व साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं ताकि जिम्मेदार लोगों की पहचान की जा सके।
पूरे इलाके में शांति व्यवस्था कड़ी
साबरकांठा पुलिस ने बताया कि दोनों गुटों के बीच पिछले कुछ महीनों से तनाव चल रहा था, जो शनिवार की रात हिंसा में बदल गया। फिलहाल पूरे माजरा क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात है। जिले के वरिष्ठ अधिकारी स्वयं हालात की निगरानी कर रहे हैं। पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
प्रशासन सतर्क, जांच जारी
अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल इलाके में माहौल नियंत्रित है लेकिन स्थिति अब भी संवेदनशील बनी हुई है। पुलिस हिंसा के पीछे की संभावित साजिश, गुटीय राजनीति और सोशल मीडिया भड़कावे जैसे पहलुओं की जांच कर रही है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।