नयी दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मानव तस्करी मामले में पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में 13 व्यावसायिक और आवासीय परिसरों में तलाशी अभियान चला रहा है। ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत यह जांच उन प्राथमिकियों के आधार पर शुरू की थी, जो फरवरी 2025 में एक सैन्य कार्गो विमान के माध्यम से अमेरिका से वापस भेजे गए 330 भारतीय नागरिकों के संबंध में दर्ज की गयी थीं।
जांच के दौरान ईडी ने पाया कि इन निर्वासित व्यक्तियों को 'डंकी रूट' (अवैध तरीके से एक देश से दूसरे देश में भेजना) के माध्यम से अमेरिका भेजा गया था। यह काम एक संगठित गिरोह द्वारा किया गया था, जिसमें ट्रैवल एजेंट, बिचौलिये, 'डंकर्स' (तस्करी में मदद करने वाले), विदेशी सहयोगी, हवाला संचालक और ठहरने और अन्य रसद व्यवस्था करने वाले लोग शामिल थे।
एजेंसी द्वारा पहले की गयी इसी तरह की छापेमारी में 'डंकी नेटवर्क' में शामिल दूसरे और तीसरे स्तर के व्यक्तियों के नाम सामने आए थे।
एक ईडी अधिकारी ने कहा, "आज की तलाशी में जिन व्यक्तियों और संस्थाओं पर कार्रवाई की गई है, उनमें जालंधर का 'रिची ट्रेवल्स', दिल्ली का तरुण खोसला और पानीपत का बलवान शर्मा शामिल हैं।" हाल ही में ईडी ने उन व्यक्तियों की 5.41 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी, जिन्होंने 'डंकी रूट' के जरिए लोगों को अवैध रूप से विदेश भेजकर कथित तौर पर अवैध संपत्ति जुटाई थी।