इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की सेहत को लेकर उठ रहे सवालों पर अब विराम लग गया है। रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद इमरान खान जिंदा हैं और उन्हें अपनी बहन डॉ. उजमा खान से मिलने की अनुमति मिल गई है।
इमरान खान पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। उन्हें 2022 के चुनावों में हार के बाद अगस्त 2023 में जेल में भेजा गया था। बीते दिनों उनकी लगातार 25 दिनों तक अनुपस्थिति के कारण उनके स्वास्थ्य को लेकर अटकलें तेज हो गई थीं।
इमरान की तीन बहनों नोरीन नियाजी, अलीमा खान और उजमा खान ने आरोप लगाया था कि उन्हें इमरान से मिलने की कोशिश के दौरान प्रताड़ित किया गया। उजमा खान ने जेल में इमरान से मिलने के बाद कहा कि पूर्व पीएम स्वस्थ हैं, लेकिन मानसिक रूप से उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।
इमरान की पार्टी के समर्थकों ने अदियाला जेल के बाहर प्रदर्शन किया। सुरक्षा को देखते हुए पाक सरकार ने रावलपिंडी में धारा 144 लागू की और 1 दिसंबर को कर्फ्यू का आदेश जारी किया। प्रशासन ने कहा कि यह कदम सार्वजनिक सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए उठाया गया है।