मुज़फ्फरनगर में शुकतीर्थ में सुरों की गंगा बही: कैलाश खेर की भक्ति संगीत संध्या, भक्तिमय हुई तीर्थ नगरी
मोरना। मुजफ्फरनगर की पौराणिक तीर्थ नगरी शुकतीर्थ रविवार की शाम को प्रसिद्ध भक्ति गायक कैलाश खेर के सुरों के सुरूर में डूब गई। भागवत मोक्ष कुंभ के अंतर्गत आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम 'भजन संगीत संध्या' में कैलाश खेर ने भक्ति संगीत की ऐसी छटा बिखेरी कि प्रत्येक उपस्थित व्यक्ति भाव विभोर हो गया।
कैलाश खेर का अद्भुत अनुभव
अपनी प्रस्तुति शुरू करने से पहले कैलाश खेर ने कहा कि शुकतीर्थ की पावन धरा पर, मां गंगा के पावन तट पर आकर वह बहुत अच्छा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने गंगा मैया से अपने पुराने संबंध को याद करते हुए बताया कि उनका बचपन ऋषिकेश के घाटों पर गुजरा है। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु और मुंबई के बाद वह यहां पहुंचे हैं और इसके बाद बनारस का कार्यक्रम है।
भक्ति संगीत के साथ-साथ उन्होंने अपनी प्रस्तुति में प्रसिद्ध फिल्मी गाने भी शामिल किए, जिसमें 'तौबा तौबा तेरी सूरत' और 'पिया के रंग' सहित कई अन्य लोकप्रिय गीतों की प्रस्तुति दी।
प्रशासनिक और धार्मिक उपस्थिति
इस भव्य भजन संध्या कार्यक्रम में प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि, साधु संत और श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित रहे, जिससे कार्यक्रम का महत्व बढ़ गया। उपस्थित प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों में शामिल थे:
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अधिकारी: जिलाधिकारी उमेश मिश्रा, एसएसपी संजय कुमार वर्मा, सीडीओ कमल किशोर कण्डारकर, एडीएम गजेंद्र सिंह, एसपी देहात आदित्य बंसल, एसडीएम राजकुमार, अपूर्वा यादव, निकिता शर्मा, प्रवीण द्विवेदी ।
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जनप्रतिनिधि: जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल, मंत्री कपिल देव अग्रवाल, विधायक मिथलेश पाल, शहर चैयरमैन मीनाक्षी स्वरूप, ब्लॉक प्रमुख अनिल राठी।
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संत समाज: महामंडलेश्वर स्वामी गोपालदास महाराज, स्वामी अनंत देव, स्वरूपानंद महाराज, तुलसीदास, भीष्म दास, देवदास सहित कई संत।
- इनके अलावा उद्योगपति राकेश बिंदल,निरंकार स्वरुप, सतीश गोयल, भीमसेन कंसल, गौरव स्वरुप, संजीव जैन , राजीव जैन, कार्तिक अग्रवाल आदि भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन राजीव कुमार ने किया।
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