मुजफ्फरनगर में विवादित बयानों पर स्वामी यशवीर महाराज को पुलिस ने दिया नोटिस, गनर भी हटा
सौहार्द बिगाड़ने का आरोप; स्वामी ने वीडियो जारी कर कहा- 'धर्म की रक्षा का रास्ता नहीं छोडूंगा, नहीं डरता जेल से'
मुजफ्फरनगर- मुजफ्फरनगर में धार्मिक और साम्प्रदायिक मुद्दों पर अपनी तीखी बयानबाजी के लिए अक्सर सुर्खियों में रहने वाले योग साधना आश्रम बघरा के पीठाधीश्वर स्वामी यशवीर महाराज पर पुलिस प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। पुलिस ने उन्हें विवादित बयान देने से रोकने के लिए औपचारिक नोटिस जारी किया है और उनकी सुरक्षा में तैनात गनर को भी वापस बुला लिया है।
पुलिस का नोटिस और आरोपों का इतिहास
तितावी थाना क्षेत्र से भेजे गए इस नोटिस में स्वामी यशवीर महाराज को स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि वे भविष्य में किसी भी प्रकार के विवादास्पद या साम्प्रदायिक बयान से बचें, अन्यथा उनके विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जाएगी।
स्वामी यशवीर महाराज पहले भी कांवड़ यात्रा के दौरान नेम प्लेट, लव जिहाद, मूत्र जिहाद और थूक जिहाद जैसे संवेदनशील विषयों पर बयान देकर पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती पैदा कर चुके हैं। उन पर कई पंचायतों में उत्तेजक भाषण देने और हाल ही में कार्तिक गंगा स्नान मेले के दौरान धरने पर बैठने के आरोप भी लग चुके हैं।
स्वामी यशवीर की प्रतिक्रिया: 'नहीं डरता, संघर्ष जारी रहेगा'
पुलिस की इस कार्रवाई के बाद स्वामी यशवीर महाराज का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें उन्होंने पुलिस नोटिस पर रोष जताते हुए कहा:
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"पुलिस प्रशासन से पूछना चाहता हूं कि इस नोटिस में ये क्यों नहीं लिखा गया कि हमने कौन सा विवादित बयान दिया है।"
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उन्होंने अपने बयानों को 'थूक, मूत्र जिहादी गैंग' के खिलाफ आवाज उठाना बताया, जिससे हिंदुओं के भोजन में घृणित कार्य किए जाते हैं।
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उन्होंने कहा कि जब भी कोई हिंदू परिवार पीड़ित होता है तो वह उसकी आवाज बनकर बोलते हैं, और क्या यह अपराध है?
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स्वामी ने दृढ़ता से कहा, "यह केवल नोटिस नहीं है, अब मेरे खिलाफ और भी कार्यवाही हो सकती है, मुकदमे हो सकते हैं, जेल जाना पड़ सकता है, लेकिन मैं नहीं डरता। शरीर में खून की एक बूंद रहने तक यह संघर्ष जारी रखूंगा। इस नोटिस के डर से मैं चुप नहीं रहूंगा।"
इस घटना ने जिले में एक बार फिर धार्मिक और राजनीतिक हलकों में गर्माहट बढ़ा दी है।
