मेरठ में BJP नेता विनीत शारदा को महिलाओं ने सुनाई खरी-खोटी: "हमें भी बुलडोजर से ढहा दो!"
"हम जिंदगी भर कहते रहे हम भाजपाई हैं, लेकिन इस भाजपा ने हमें सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है।
 
                 
              
                मेरठ। मेरठ के सेंट्रल मार्केट में आवास विकास परिषद (HVS) द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद की गई ध्वस्तीकरण (Demolition) की कार्रवाई से प्रभावित व्यापारियों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। शुक्रवार को जब भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष विनीत शारदा पीड़ित परिवारों का दुख बाँटने धरनास्थल पर पहुँचे, तो वहाँ मौजूद महिलाओं ने उन्हें घेरकर जमकर खरी-खोटी सुनाई।
विरोध का केंद्र बना सेंट्रल मार्केट
मामले की पृष्ठभूमि यह है कि सेंट्रल मार्केट में 661/6 कॉम्प्लेक्स सहित 31 भवनों को नोटिस दिए जाने के बाद, HVS ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की थी। इस कार्रवाई से नाराज व्यापारियों ने अपने परिवार के साथ मिलकर टूटे हुए कॉम्प्लेक्स के सामने ही कनात तानकर और कुर्सी लगाकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया था।
बाजार दोबारा खुलने और मिठाइयाँ बांटे जाने के माहौल के बीच, जब भाजपा नेता विनीत शारदा मौके पर पहुँचे, तो प्रभावित परिवारों, खासकर महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा।
"इस भाजपा ने हमें सड़क पर ला दिया"
महिलाओं ने विनीत शारदा को सीधे चुनौती देते हुए अपनी पीड़ा व्यक्त की:
-   सड़क पर खड़े हैं: एक महिला ने कहा, "हम जिंदगी भर कहते रहे हम भाजपाई हैं, लेकिन इस भाजपा ने हमें सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है। क्या वो हमारे साथ है? आज हमारे पास अब कुछ नहीं है।" 
-   बुलडोजर की मांग: गुस्से में उन्होंने कहा, "हमारे पास केवल ये मलबा और पत्थर बचा है और कुछ नहीं हैं। एक बुलडोजर हम लोगों पर भी चलवा दो!" 
-   अमीरों को बचाया: महिलाओं ने आरोप लगाया कि बुलडोजर केवल गरीबों पर चला है। "जो अमीर हैं जिनके 10-10 दिन पहले इतने बड़े-बड़े शोरूम खुले, गोल्ड के, उनको बचा लिया गया, क्योंकि अमीरों के साथ सब खड़े हैं।" 
-   अंधा कानून: उन्होंने कहा कि "एक योगी जी के ईमानदार होने से कुछ नहीं होता, अंधा कानून है तुम्हारा।" 
लाशों पर बांटे गए लड्डू
महिलाओं ने सबसे गंभीर आरोप यह लगाया कि जब उनके घर टूट गए और वे सड़क पर रो रहे थे, तो कुछ अन्य नेता वहाँ आए, लड्डू बांटे और बिना उनसे मिले चले गए।
एक अन्य महिला ने रोते हुए कहा, "हमारी लाशें यहां पड़ी हैं वहां पटाखे फूट रहे हैं। हमारी मौत पर आंसू बहाकर वो लोग लड्डू बांट रहे हैं, उन्हें शर्म नहीं आई।"
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान, भाजपा नेता विनीत शारदा हाथ जोड़कर खड़े रहे और महिलाओं की नाराजगी को सुनते रहे। उन्होंने बीच में सफाई देने की कोशिश की कि वह पहले भी उनसे मिले थे, लेकिन महिलाओं का कहना था कि बाकी जनप्रतिनिधि संकट की इस घड़ी में उनसे मिलने नहीं आए।

 
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