यमन संकट और क्षेत्रीय सुरक्षा पर मंथन: मार्को रुबियो ने सऊदी और यूएई के विदेश मंत्रियों से की उच्चस्तरीय वार्ता
वाशिंगटन। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने यमन में बिगड़ती स्थिति और क्षेत्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब के शीर्ष नेताओं से अलग-अलग फोन पर बात की। यह जानकारी अमेरिकी सरकार की ओर से जारी बयान में दी गई। पहली बातचीत में रुबियो ने संयुक्त अरब अमीरात के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान से बात की।
इस संघर्ष का असर शिपिंग के लिए खतरे और पूरे मध्य पूर्व की सुरक्षा पर भी पड़ा है। अमेरिकी अधिकारी बार-बार इस बात पर जोर देते रहे हैं कि क्षेत्रीय देशों के साथ मिलकर काम करना जरूरी है ताकि तनाव को नियंत्रित किया जा सके और स्थिरता को बढ़ावा दिया जा सके। खासकर मध्य पूर्व के कई हिस्सों में बढ़ी हुई अस्थिरता के बीच ये जरूरी है। यमन एक दशक से भी अधिक समय से संघर्ष की आग में झुलस रहा है।
हूती बलों और सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन के बीच जारी लड़ाई के कारण वहां गंभीर मानवीय संकट पैदा हो गया है। इसे संयुक्त राष्ट्र ने दुनिया के सबसे खराब मानवीय संकटों में से एक बताया है। हालांकि कुछ समय के लिए हिंसा में कमी और बातचीत की कोशिशें हुई हैं, लेकिन तनाव अब भी बना हुआ है। इससे क्षेत्रीय सुरक्षा और अहम समुद्री रास्तों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। अमेरिका यमन से जुड़े कूटनीतिक प्रयासों में लगातार सक्रिय रहा है। वह क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर तनाव कम करने, राजनीतिक समाधान निकालने और मध्य पूर्व में इस संघर्ष से जुड़ी व्यापक सुरक्षा चुनौतियों से निपटने की कोशिश कर रहा है।
