यूपी में मतदाता सूची पुनरीक्षण की समय सीमा बढ़ी, 6 जनवरी को होगा प्रकाशन, 6 मार्च को आएगी अंतिम सूची
लखनऊ (रॉयल बुलेटिन)। उत्तर प्रदेश में अर्हता तिथि 1 जनवरी 2026 के आधार पर चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान की समय सीमा में भारत निर्वाचन आयोग ने बड़ा संशोधन किया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने नई तिथियों की घोषणा करते हुए बताया कि अब मतदाता सूची का आलेख्य प्रकाशन 31 दिसंबर के बजाय 6 जनवरी 2026 को किया जाएगा। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 6 मार्च 2026 को निर्धारित किया गया है।
2.89 करोड़ मतदाताओं के नाम कटने की तैयारी निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में कुल 15.44 करोड़ रजिस्टर्ड वोटर हैं। गहन जांच के बाद इनमें से लगभग 2.89 करोड़ लोगों के नाम सूची से हटाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। काटे जाने वाले नामों में 1.26 करोड़ ऐसे लोग हैं जो अब अपने दिए गए पते पर नहीं रहते, जबकि 83.73 लाख मतदाता लंबे समय से अनुपस्थित हैं। इसके अलावा, 46 लाख मृतक मतदाताओं, 23.70 लाख डुप्लीकेट नामों और 9.57 लाख अन्य तकनीकी कारणों से नाम हटाए जा रहे हैं।
1.11 करोड़ मतदाताओं को भेजा जाएगा नोटिस मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सूची के शुद्धिकरण के दौरान लगभग 1.11 करोड़ मतदाताओं को नोटिस भेजकर उनकी स्थिति स्पष्ट करने को कहा जाएगा। आयोग का मुख्य लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी पात्र मतदाता अपने मताधिकार से वंचित न रहे और सूची में कोई भी फर्जी या गलत प्रविष्टि न रहे।
