मुजफ्फरनगर। जनपद के थाना नई मंडी क्षेत्र के गांव जट मुझेड़ा की रहने वाली एक महिला ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए खलबली मचा दी है। पीड़िता ने मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान नई मंडी पुलिस पर बिना वारंट घर में घुसकर लूटपाट करने और उसके देवर की फर्जी मुठभेड़ दिखाने का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित करते हुए महिला ने इस पूरे प्रकरण की मजिस्ट्रेट जांच कराने की मांग की है।
गर्भवती महिला से मारपीट और बदसलूकी पीड़िता ने बताया कि पुलिस की इस कार्रवाई के दौरान जब परिजनों ने वीडियो बनाने का प्रयास किया, तो उन्हें डरा-धमकाकर रोक दिया गया। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने घर में मौजूद गर्भवती महिला राखी के साथ भी धक्का-मुक्की और मारपीट की। घटना की सूचना उसी रात 1076 और एसएसपी के सरकारी नंबर पर दी गई थी। मोनिका का कहना है कि गांव में लगे सीसीटीवी कैमरों से पुलिस की इस कथित लूटपाट की पुष्टि हो सकती है।
फर्जी मुठभेड़ का सनसनीखेज दावा मोनिका ने प्रेस वार्ता में एक और चौंकाने वाला दावा किया। उन्होंने बताया कि धर्मेंद्र कुमार 17 दिसंबर से ही पुलिस की कस्टडी में था और 18 दिसंबर की रात 9 बजे उनके पति ने थाने में जाकर उससे मुलाकात भी की थी। इसके बावजूद, पुलिस ने 18 दिसंबर की ही देर रात धर्मेंद्र की फर्जी मुठभेड़ दिखाकर उसे गिरफ्तार करना दर्शाया है। मोनिका का कहना है कि मुठभेड़ दिखाए जाने से चार घंटे पहले ही उन्होंने एसएसपी को पुलिस की संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दे दी थी।
सुरक्षा की गुहार और चेतावनी मीडिया के सामने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए मोनिका ने कहा कि अगर उनके साथ कोई अनहोनी होती है, तो इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और थाना नई मंडी पुलिस की होगी। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस घटना के बाद क्षेत्र में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं। अब देखना होगा कि उच्चाधिकारी इस गंभीर मामले में क्या रुख अपनाते हैं।
