मुजफ्फरनगर के जानसठ में गरजे शिवसैनिक: बांग्लादेशी प्रधानमंत्री का पुतला फूंका; 'शांति का नोबेल' वापस लेने की उठाई मांग
जानकारी के अनुसार, शिवसेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता खतौली तिराहा से एकत्र होकर नारेबाजी करते हुए जानसठ तहसील गेट पर पहुंचे, जहां प्रधानमंत्री यूनुस का पुतला दहन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने नॉर्वे सरकार से मांग की कि बांग्लादेश के प्रधानमंत्री को दिया गया शांति नोबेल पुरस्कार वापस लिया जाए। शिवसेना नेताओं का आरोप है कि यूनुस सरकार के सत्ता में आने के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार बढ़े हैं, ऐसे में उन्हें शांति पुरस्कार दिया जाना अनुचित है।
प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने भारत सरकार से भी बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग उठाई। शिवसेना तहसील अध्यक्ष दिनेश उपाध्याय ने बताया कि आज बलिदानी दिवस सप्ताह का अंतिम दिन है और इसी क्रम में आतंकवाद के प्रतीकात्मक विरोध स्वरूप यह पुतला दहन किया गया। उन्होंने कहा कि इस सप्ताह का संबंध गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादों के शहीदी दिवस से जुड़ा हुआ है, जिसे ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस मौके पर प्रमोद कुमार, रोशन कुमार, सचिन कुमार, आकाश कुमार, प्रिंस कुमार, अनुज कुमार, एडवोकेट हरमन कुमार सहित शिवसेना के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
