कांग्रेस का बड़ा दावा: मोदी सरकार देश में अमीरी-गरीबी की खाई को बढ़ा रही, अरबपतियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही

Congress: कांग्रेस महासचिव व संचार प्रभारी जयराम रमेश ने रविवार को सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों के कारण देश में अमीरी और गरीबी की खाई लगातार बढ़ रही है। उन्होंने एक्स पर साझा की गई मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत अब अरबपतियों का नया केंद्र बनता जा रहा है और अमीर लोगों की संख्या साल दर साल तेजी से बढ़ रही है।
लाखों भारतीय अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे
सरकारी नीतियों से उद्योगपति और अधिक अमीर बन रहे हैं
जयराम रमेश ने कहा कि सत्ता के गठजोड़ और उद्योगपतियों के लाभ को केंद्र में रखते हुए बनाई गई नीतियों के कारण कुछ उद्योगपति लगातार और अधिक अमीर बन रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाले एमएसएमई क्षेत्र पर अभूतपूर्व दबाव है, जो घरेलू और विदेशी नीतियों दोनों के असफल परिणामों से पैदा हुआ है।
आम जनता के लिए कम होते जा रहे कमाई के अवसर
रमेश ने कहा कि आम नागरिकों के लिए नौकरी और कमाई के अवसर घट रहे हैं। मुद्रास्फीति इतनी बढ़ गई है कि नौकरीपेशा लोग भी बचत नहीं कर पा रहे और कर्ज के बोझ तले दब रहे हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य पर सरकारी निवेश लगातार घट रहा है और सामाजिक सुरक्षा योजनाएं कमजोर होती जा रही हैं। उन्होंने मनरेगा जैसी सफल योजनाओं पर भी मजदूरी संकट और भुगतान में देरी की चिंता जताई।
आर्थिक असमानता लोकतंत्र की आत्मा पर सीधा हमला
कांग्रेस नेता ने चेतावनी दी कि देश में बढ़ती आर्थिक असमानता सिर्फ अर्थव्यवस्था की समस्या नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की आत्मा पर सीधा हमला है। जब आर्थिक शक्ति मुट्ठी भर लोगों के हाथों में केंद्रित होती है, तो राजनीतिक निर्णय भी उनके पक्ष में होने लगते हैं। इसका परिणाम सामाजिक और आर्थिक असमानता में और वृद्धि के रूप में सामने आता है।
हुरुन इंडिया रिपोर्ट में भारत के अरबपतियों की संपत्ति का बड़ा आंकड़ा
रमेश ने एम3एम हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2025 का हवाला देते हुए बताया कि सूची में शामिल अरबपतियों की कुल संपत्ति 167 लाख करोड़ रुपये है, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद के लगभग आधे के बराबर है। सूची में 1,687 व्यक्ति शामिल हैं, जिनमें 284 लोग पिछले साल से बढ़े हैं और 148 पहली बार शामिल हुए हैं। हुरुन के अनुसार, भारत में हर हफ्ते एक अरबपति बन रहा है और ये लोग प्रतिदिन 1,991 करोड़ रुपये की संपत्ति जोड़ रहे हैं।