मुजफ्फरनगर में किन्नर ने भाई और भतीजों पर लगाया ₹27 लाख बकाया न देने का आरोप,जान से मारने की दी धमकी, CM से की न्याय की गुहार

मीना ने मीडिया सेंटर पर प्रेस वार्ता में बताया कि मकान निर्माण के दौरान सभी खर्चे का पूरा लेखा-जोखा उनके पास मौजूद है। किस दुकान से सीमेंट, लोहे और ईंटें खरीदी गईं, मजदूरों को कितनी रकम दी गई, इसकी सभी रसीदें और गवाह भी उपलब्ध हैं। मकान निर्माण के बाद पैसे वापस मांगने पर लंबे समय तक टालमटोल किया गया। 27 जून 2025 को काफी मिन्नतों के बाद केवल 5 लाख रुपये का चेक मिला, जबकि 27 लाख रुपये अभी भी बकाया हैं।
पीड़ित ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने बकाया रकम की मांग की तो उनके भाई और भतीजों ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। 5 अक्टूबर को दोपहर लगभग सवा एक बजे, जब वह उनके मकान के पास पहुंचीं, तो तीनों ने उन्हें पकड़कर घर के अंदर खींच लिया और चाकू से हमला किया। मौके पर मौजूद इमरान पुत्र निसार ने उनकी जान बचाई। मीना ने बताया कि इससे पहले भी उनके ऊपर जानलेवा हमले हो चुके हैं और अब उनके पीछे कुछ बदमाश लगाए गए हैं जो उनकी गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं।
मीना अंसारी ने इस संबंध में पुलिस को प्रार्थना पत्र सौंपा है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन भी भेजा है। उन्होंने कहा कि अगर समय पर कार्रवाई नहीं हुई तो उनके साथ बड़ी अनहोनी हो सकती है।
प्रेस वार्ता में मीना ने कहा, “मैंने अपनी मेहनत से मकान बनवाया था, लेकिन अब अपने ही रिश्तेदार मुझे जान से मारने पर तुले हैं। मैं प्रशासन और मुख्यमंत्री से न्याय की मांग करती हूं।”
इस मामले की जानकारी मिलने पर स्थानीय लोगों में चर्चा का माहौल बना हुआ है। ग्रामीण इसे पारिवारिक विवाद मान रहे हैं, लेकिन महिला के गंभीर आरोप इसे संवेदनशील बना रहे हैं।
मीना ने पुलिस से निष्पक्ष जांच और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि उन्हें न्याय मिल सके।