नोएडा। डॉ. भीमवराव आंबेडकर का परिनिर्वाण दिवस (पुण्यतिथि) के अवसर पर शनिवार को राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल में बड़ी तादाद में लोगों के पहुंचे। इस दौरान यातायात सुचारू बनाए रखने के लिए 16 अस्थायी पार्किंग बनाने के साथ ही कई स्थानों पर रूट डायवर्जन भी लागू किया गया। वहीं पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा संबंधी कड़े इंतजाम किये गए थे।
सेक्टर-95 में बने राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर आज डॉ. भीमवराव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर भारी संख्या में बसपा कार्यकर्ताओं के साथ भारी संख्या में दलित समुदाय के लोग जुटे। यहां पर लोगों ने डा. भीमवराव आंबेडकर को श्रद्वा सुमन अर्पित कर उनके कार्यों को याद किया।
इस दौरान राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर बहुजन समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आनंद, राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद, कोऑर्डिनेटर भीमराव अंबेडकर, नौशाद अली, गौतम बुद्ध नगर के बसपा जिलाध्यक्ष लख्मी सिंह, नोएडा महानगर अध्यक्ष नरेश उपाध्याय सहित भारी संख्या में बसपा के नेता पहुंचे। इन लोगों ने बाबा साहेब के मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सुबह से ही यहां पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के विभिन्न जगहों से हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ आनी शुरू हो गई है। पूरा प्रेरणास्थल अंबेडकर मय हो गया है। इस दौरान यातायात सुचारू बनाए रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने कुछ जगहों पर रूट डायवर्जन किया है तथा 16 अस्थायी पार्किंग बनाया है। पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा संबंधी कड़े इंतजाम किये गए है। भीड़ का आलम यह है कि लोग ठीक तरह से बाबा साहेब की मूर्ति पर पुष्प अर्पित भी नहीं कर पा रहे थे।
बता दें कि आधुनिक भारत के निर्माण में डॉ. बीआर अंबेडकर का योगदान भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माता के रूप में उनकी भूमिका से कहीं आगे है। उन्होंने एक ऐसे राष्ट्र की कल्पना की थी, जो न केवल राजनीतिक लोकतंत्र को कायम रखे बल्कि सामाजिक और आर्थिक न्याय भी हासिल करने को सुनिश्चित करे। उनकी गहरी बुद्धिमत्ता और दूरदर्शिता ने प्रमुख आर्थिक और सामाजिक ढांचों को प्रभावित किया, जिससे वे स्वतंत्र भारत के शासन और विकास को आकार देने में मील का पत्थर साबित हुआ।