Haryana News: ओलिंपिक पदक विजेता पहलवान और कांग्रेस नेता बजरंग पूनिया के पिता बलवान पूनिया का बृहस्पतिवार शाम को निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे और दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती थे। डॉक्टरों के अनुसार दोनों फेफड़ों में गंभीर खराबी के कारण उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी।
पिता और पहले कोच के रूप में योगदान
बलवान पूनिया केवल पिता ही नहीं, बल्कि बजरंग के पहले कोच और जीवन के प्रेरणास्रोत भी थे। उन्होंने आर्थिक मुश्किलों के बावजूद अपने बेटे को खेल में आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनके समर्पण और मेहनत ने बजरंग को अंतरराष्ट्रीय मुकाम तक पहुँचाने की नींव रखी।
बजरंग पूनिया ने जताया दुख
पिता के निधन पर भावुक होते हुए बजरंग पूनिया ने कहा, "बापूजी हमारे पूरे परिवार की रीढ़ थे। समझ नहीं आ रहा कि उनके बिना आगे जीवन कैसा होगा।" उन्होंने पिता की सीख और प्रेरणा को हमेशा याद रखने का संकल्प जताया।
अंतिम संस्कार की जानकारी
परिवार के अनुसार बलवान पूनिया का अंतिम संस्कार शुक्रवार सुबह 11 बजे उनके पैतृक गांव खुड्डन (झज्जर) में किया जाएगा। स्थानीय प्रशासन और परिवार ने कहा है कि अंतिम संस्कार में परिजन और मित्रजन शामिल होंगे।