सड़कें होंगी सुरक्षित, प्रदूषण पर लगेगी लगाम और जनता को मिलेगा फायदा नितिन गडकरी की बड़ी घोषणाएं

आज हम बात करने वाले हैं केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की उस खास घोषणा के बारे में जो उन्होंने सियाम के कार्यक्रम में की। यह कार्यक्रम केवल वाहनों और परिवहन की बातों तक सीमित नहीं रहा बल्कि इसमें देश के प्रदूषण सड़क सुरक्षा ड्राइवर्स की कमी और पुराने वाहनों की स्क्रैपिंग जैसे अहम मुद्दों को भी उठाया गया। गडकरी जी की कही गई बातें हर आम नागरिक से जुड़ी हैं क्योंकि ये हमारे सफर को सुरक्षित बनाने के साथ ही प्रदूषण और खर्च दोनों को कम करने की दिशा में बड़ा कदम हैं।
गडकरी जी ने यह भी कहा कि सड़कें बेहतर बनने की वजह से देश में लॉजिस्टिक कॉस्ट में बड़ी गिरावट आई है। पहले जहां यह 16 प्रतिशत थी वहीं अब 10 प्रतिशत पर पहुंच चुकी है। उम्मीद है कि दिसंबर तक इसे 9 प्रतिशत तक लाया जा सकेगा। यह बदलाव आम जनता से लेकर व्यापार तक सभी को राहत देने वाला है।
उन्होंने यह भी बताया कि इस समय देश में 22 लाख ड्राइवर्स की कमी है। इस समस्या को दूर करने के लिए वाहन निर्माता कंपनियों की ओर से ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर चलाए जा रहे हैं। यहां ड्राइवर्स को न सिर्फ ड्राइविंग सिखाई जा रही है बल्कि उन्हें सभी जरूरी नियमों की जानकारी भी दी जा रही है ताकि भविष्य में सुरक्षित और प्रशिक्षित ड्राइवर्स की संख्या बढ़ सके।
कार्यक्रम में गडकरी जी ने वाहन स्क्रैपिंग के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि अगस्त 2025 में करीब 3 लाख वाहन स्क्रैप किए गए जिनमें 1.41 लाख सरकारी वाहन शामिल थे जबकि जरूरत करीब 97.4 लाख वाहनों को स्क्रैप करने की थी। उन्होंने निर्माताओं से आग्रह किया कि जो लोग पुराने वाहन स्क्रैप कर नया वाहन खरीदें उन्हें अच्छा डिस्काउंट देना चाहिए। इससे जनता को सीधा लाभ मिलेगा और सरकार को भी 40 हजार करोड़ रुपये तक का फायदा हो सकता है।
सड़क सुरक्षा के लिए मंत्री ने एक नया अभियान शुरू करने की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि सड़क हादसों को कम करने और लोगों को जागरूक करने के लिए ऊबर और जोमैटो के साथ मिलकर एक नया अभियान शुरू किया गया है। इसमें प्रसून जोशी अमिताभ बच्चन और शंकर महादेवन का योगदान भी लिया जा रहा है। यह अभियान लोगों को सड़क पर सुरक्षित रहने और नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करेगा।
गडकरी जी ने ‘राहवीर’ योजना का भी ऐलान किया। इस योजना के तहत जो भी व्यक्ति सड़क हादसे में घायल को अस्पताल पहुंचाएगा उसे 25 हजार रुपये का पुरस्कार मिलेगा। इसके अलावा घायल को इलाज के लिए 1.5 लाख रुपये और सात दिन तक मुफ्त इलाज की सुविधा भी दी जाएगी। यह योजना न केवल लोगों की जान बचाने में मदद करेगी बल्कि समाज में इंसानियत को भी बढ़ावा देगी।