बस्तर में नक्सलियों का तो बिस्तर बंध गया, अब धर्म विरोधियों का बिस्तर बांधना बाकी- पं. धीरेंद्र शास्त्री

रायपुर। बस्तर में नक्सलियों का तो बिस्तर बंध गया, अब धर्म विरोधियों का बिस्तर बांधना है। यह वक्तत्व पांच दिवसीय हनुमंत कथा के समापन अवसर पर बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बुधवार शाम को कही। उन्होंने आगे कहा कि, बिच्छु के पास जहर होता है लेकिन महात्माओं के पास भजन और तप। वह हिन्दु- हिन्दु नहीं है जो अधर्म के खिलाफ आवाज ना उठाए, हमें अधर्म के खिलाफ जमकर आवाज बुलंद करनी चाहिए। उचारण ठीक हो या ना हो पर उच्च आचरण जरुर होना चाहिए। यदि उच्च आचरण होगा तो कितनी भी गड़बड़ हो जाए तुम हमेशा विजयी रहोगे।
कथा श्रवण करने के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने संबोधित करते हुए कहा कि, छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के साथ मजबूती से लड़ाई लड़ रहे हैं और नक्सलवाद बिल्कुल समाप्ति की ओर है। नक्सलवाद की कमर टूट गई है और नक्सलाद अंतिम सांसे ले रहा है, यह प्रभु श्रीराम, हनुमान जी के आर्शीवाद से ही संभव हो पा रहा है।
प्रदेश में गौ अभ्यारण्य बनाए जाने के विषय पर मुख्यमंत्री ने कहा कि, तहसील स्तर पर पांच-पांच हजार गोठान बनाने के संबंध में मंत्रिपरिषद में चर्चा कर जैसे महाराष्ट्र में गाय को गौमाता का दर्जा दिया गया है, उसी प्रकार हम भी छत्तीसगढ़ में जल्द ही गाय को गौमाता का दर्जा देंगे। इसके लिए जो भी प्रक्रिया है उसे पूरा कर जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि, मन को माधव से जोड़ो और तन को संसार से जोड़ो। अगर सही कनेक्शन होगा तभी तो लाइट जलेगी, जोड़ने वाला ही पूज्यनीय होता है तोड़ने वाला नहीं होता। पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि, हम लोग प्रेम तो करते है लेकिन रामजी से नहीं पड़ोसी-पड़ोसन से। जगत से प्रेम और परमात्मा से फोटो का प्रेम है।
उन्होंने कहा कि, बाहर से रहो संसारी, अंदर से हो जाओ सन्यासी। सलाहकार हनुमानजी जैसा रखोगे तो तुम्हें रामजी के पास नहीं जाना पड़ेगा, वही लेकर आ जाएंगे और हनुमानजी के अंदर यही लीला है। हनुमानजी राजा भी बनाते है और राम से भी मिलवाते हैं। अग्नि में अगर जलाने की शक्ति है तो बचाने की भी शक्ति थी। पृथ्वी पर दूसरे रामजी हो सकते हैं लेकिन हनुमान जैसा दूसरा भक्त कोई नहीं हो सकता। हनुमान जी की जो भक्ति करता है वह रोगी होने के बाद भी निरोगी हो जाता है।
पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि, जब नेता बिजी हो जाते है तो वह अपने पीए को भेजते है कि हम नहीं आ रहे है, आप चले जाओ, उसी प्रकार जब परमात्मा नहीं आते है तो महात्माओं को भेज देते हैं। छत्तीसगढ़ में टंका बजा रखा दक्षिण पीठाधीश्वर राजीव लोचनदास जी महाराज, वेद लक्ष्मी गौमाता की परंपराआ को पूरे विश्व में पहुंचाने वाले व वर्तमान में 7 से 16 नवंबर तक होने वाली पदयात्रा में उनकी अतिविशेष भूमिका रही है मलूखपीठाधिश्वर अभिरामदेवाचार्य महाराज की। पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने समाजसेवी बसंत अग्रवाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, हमें आज एक जगह पर बैठने का मौका मिला और हमें आज संत भी मिल गए और सत्संग करने का सौभाग्य भी।
पं. धीरेंद्र शास्त्री ने छत्तीसगढ़ पुलिस की साइबर ठगों के खिलाफ चलाए जा रहे जागरुकता अभियान की तारीफ। पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बड़े भाई आचार्य लोमेश गर्ग ने संबोधित करते हुए धर्म पर चलने और धर्म का आचरण करने की बात कही।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय,मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशिल्या साय, राजीव लोचन महाराज, समाजसेवी बसंत अग्रवाल व उनके पूरे परिवार सहित कई मंत्रीगण व विधायक, जनप्रतिनिधिजन व बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिकजन मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि, समाजसेवी चंदन - बसंत अग्रवाल (थान खम्हरिया वाले) के नेतृत्व में स्व. पुरुषोत्तम अग्रवाल स्मृति फाउंडेशन के तत्वावधान में दही हांडी उत्सव स्थल,अवधपुरी मैदान, श्रीनगर रोड, गुढिय़ारी में 4 से 8 अक्टूबर तक श्री हनुमंत कथा आयोजित किया गया था। समाजसेवी चंदन - बसंत अग्रवाल ने पांच दिवसीय हनुमंत कथा व दिव्य दरबार में सहयोग के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।
