भारत की सुरक्षा पर बड़ा हमला नाकाम: पूर्व सूबेदार अजय और रश्मिनी पाल गिरफ्तार, पाक ऑपरेटिव के इशारे पर कर रहे थे जासूसी
Gujarat News: गुजरात एटीएस ने एक अंतरराष्ट्रीय जासूसी नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए दो आरोपियों अजय कुमार सिंह और रश्मिनी पाल को गिरफ्तार किया है। दोनों अलग-अलग राज्यों से पकड़े गए और पाकिस्तान के खुफिया ऑपरेटिव के सीधे संपर्क में थे।
दमन और गोवा से दबोचे गए जासूस
पूर्व सूबेदार अजय 2022 से पाक संपर्क में
अजय कुमार सिंह भारतीय सेना में सूबेदार रह चुका है और साल 2022 से पाकिस्तानी एजेंटों के साथ संपर्क में था। उसके फोन में ट्रोजन सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कराया गया था, जिससे वह सेना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी ऑनलाइन साझा करता था।
रश्मिनी पाल का काम- सेना अधिकारियों से संपर्क बढ़ाना
रश्मिनी पाल, मूल रूप से उत्तर प्रदेश की निवासी और वर्तमान में दमन में रह रही, पाकिस्तानी ऑपरेटिव द्वारा बताए गए सेना अधिकारियों से मुलाकात कर जानकारी इकट्ठा करती थी। उसका मुख्य उद्देश्य उनकी मूवमेंट और संवेदनशील सूचनाओं को पाकिस्तान तक पहुंचाना था।
गुप्त लेनदेन से खुली साजिश की परतें
एटीएस ने जांच में पाया कि दोनों आरोपियों का पाकिस्तानी ऑपरेटिव के साथ वित्तीय लेन-देन भी होता था। देश विरुद्ध गतिविधियों के एवज में उन्हें लगातार भुगतान किया जा रहा था। एटीएस ने दोनों से पूछताछ शुरू कर नेटवर्क की और परतें तलाशने के लिए जांच तेज कर दी है।
