मां की आखिरी इच्छा पूरी करने के लिए बेटे ने चुकाया 299 किसानों का कर्ज, 99 लाख खर्च कर किया गांव को कर्जमुक्त
Gujarat News: गुजरात के अमरेली जिले के सावरकुंडला तहसील के जीरा गांव में एक भावनात्मक और प्रेरणादायक कहानी सामने आई है। गांव के बाबूभाई जीरावाला ने अपनी मां की पुण्यतिथि पर ऐसा कार्य किया, जिसने पूरे राज्य को भावुक कर दिया। उन्होंने गांव के 299 किसानों का कुल 99 लाख रुपये का कर्ज चुकाकर उन्हें कर्जमुक्त किया।
1995 से चली आ रही थी किसानों की मुसीबत
मां की इच्छा पूरी करने के लिए बेचे गहने
बाबूभाई ने बताया कि उनकी मां ने जीवनकाल में इच्छा जताई थी कि अपने गहने बेचकर किसानों का कर्ज चुकाया जाए, ताकि गांव के लोग बेफिक्र होकर जीवन जी सकें। किसानों पर कुल ₹89,89,209 का कर्ज था। बाबूभाई और उनके भाई बैंक पहुंचे और पूरा भुगतान कर दिया, जिसके बाद बैंक अधिकारियों ने नो ड्यू सर्टिफिकेट जारी किए।
कर्जमुक्ति कार्यक्रम में भावुक हुआ गांव
इस अवसर पर एक छोटा सा समारोह आयोजित किया गया जिसमें सभी किसान, बैंक अधिकारी और बाबूभाई का परिवार मौजूद था। जैसे ही किसानों को कर्जमुक्ति के प्रमाणपत्र मिले, उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। गांव में नए जीवन की शुरुआत का माहौल बन गया। किसानों ने बाबूभाई और उनके परिवार को अभूतपूर्व सम्मान दिया।
गांव में फैली खुशी
बाबूभाई जीरावाला के इस कदम की चर्चा अब पूरे गुजरात और देशभर में हो रही है। लोग उनकी इस सेवा भावना और सामाजिक उत्तरदायित्व की सराहना कर रहे हैं। एक व्यक्ति ने अपनी मां की अंतिम इच्छा को न केवल पूरा किया, बल्कि सैकड़ों परिवारों को आर्थिक स्वतंत्रता भी दी।
