कफ सीरप की कालाबाजारी का पर्दाफाश: उत्तराखंड से 300 में खरीदकर पंजाब में 500 में बेचता था तस्कर
Uttarakhand News: उत्तराखंड पुलिस ने प्रतिबंधित कफ सीरप की तस्करी करने वाले एक युवक को 60 शीशियों के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि आरोपी उत्तराखंड से यह कफ सीरप 300 रुपये प्रति बोतल के हिसाब से खरीदता था और पंजाब में इसे 500 रुपये में बेचकर मोटा मुनाफा कमाता था। पुलिस ने अवैध कारोबार का मामला दर्ज कर जांच और तेज कर दी है। नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है।
गंगनहर पटरी से पकड़े जाने पर खुली पूरी कहानी
पंजाब का रहने वाला आरोपी बना तस्करी नेटवर्क की कड़ी
पूछताछ में आरोपी की पहचान भूपेंद्र, निवासी ग्राम बटूहा, थाना धूरी सदर, जिला संगरुर (पंजाब) के रूप में हुई। वर्तमान में वह बरनाला जिले की शक्ति कला मंदिर वाली गली में रह रहा था। उसने पुलिस को बताया कि वह यह कफ सीरप पंजाब ले जाने वाला था, जहां वह इसे ऊंचे दाम पर बेचता है।
300 में खरीद, 500 में बेच-चल रहा था मुनाफे का अवैध धंधा
आरोपी भूपेंद्र ने बताया कि वह बंदा रोड के एक मेडिकल स्टोर से तीन सौ रुपये प्रति बोतल के हिसाब से यह प्रतिबंधित सीरप खरीदता था। पंजाब में वह इसे पांच सौ रुपये प्रति बोतल में बेच देता था। लेकिन वह मेडिकल स्टोर से खरीद का कोई बिल या कानूनी प्रमाण नहीं दिखा सका, जिससे उसके दावों पर और संदेह गहरा गया।
मुख्य सप्लायर पर पुलिस की नजर
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनीष उपाध्याय ने बताया कि आरोपी का चालान कर उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है। साथ ही उस मेडिकल स्टोर संचालक की तलाश भी की जा रही है जिसके जरिए यह प्रतिबंधित कफ सीरप सप्लाई किया जाता था। पुलिस को शक है कि यह पूरा मामला एक संगठित इंटर-स्टेट नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।
