उत्तराखंड के विधायक उमेश कुमार ने टोंटी चोर विवाद पर दी बड़ी प्रतिक्रिया, IAS अधिकारी पर साधा निशाना

नई दिल्ली। टोंटी चोर विवाद पर अब उत्तराखंड से निर्दलीय विधायक और वरिष्ठ पत्रकार उमेश कुमार ने बड़ा बयान दिया है। उमेश कुमार ने न सिर्फ इस पूरे मामले पर अपनी राय रखी, बल्कि उस IAS अधिकारी पर भी जमकर निशाना साधा है, जिसका ज़िक्र समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किया था।
उमेश कुमार ने अपने वीडियो संदेश में साफ कहा कि राजनीति में मर्यादा सबसे अहम है। सत्ता किसी एक व्यक्ति या पार्टी की स्थायी नहीं रहती, यह हमेशा बदलती रहती है। ऐसे में नेताओं की भाषा ही उनका असली स्तर और सोच को दर्शाती है।
उन्होंने इस वीडियो में उस IAS अधिकारी की भी कड़ी आलोचना की है, जिसे अखिलेश यादव ने टोंटी चोरी प्रकरण के लिए ज़िम्मेदार बताया था। उमेश कुमार ने इस अफसर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासनिक सेवाओं में रहते हुए किसी भी अधिकारी को जनता और जनप्रतिनिधियों के प्रति ज़िम्मेदारी और पारदर्शिता के साथ काम करना चाहिए।
उमेश कुमार, जो खुद एक वरिष्ठ पत्रकार भी रह चुके हैं, ने दो टूक कहा – “लोकतंत्र में सत्ता और विपक्ष दोनों की अपनी अहमियत है। लेकिन जब भाषा और आचरण की मर्यादा टूटती है, तो लोकतंत्र कमजोर होता है। सत्ता का अहंकार स्थायी नहीं है। इसलिए सभी को संयम और शालीनता बनाए रखनी चाहिए।”
यानी साफ है कि टोंटी चोर विवाद से शुरू हुई यह बहस अब राजनीति में भाषा और मर्यादा के मुद्दे तक पहुंच गई है।