गोस्वामी तुलसीदास : रामभक्ति के अग्रदूत और भक्ति युग के महान संत-कवि

On

हिंदी साहित्य के आदि कवि और रामभक्ति के प्रखर प्रणेता गोस्वामी तुलसीदास वह महान संत-कवि हैं, जिन्होंने संस्कृत के जटिल ग्रंथों को अवधी और ब्रजभाषा की सरलता में ढालकर आम जनमानस तक भक्ति का प्रकाश पहुंचाया। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के राजापुर गांव में हुआ था। पिता आत्माराम दुबे और माता हुलसी की संतान के रूप में जन्मे तुलसीदास का बचपन विपत्तियों से घिरा रहा।

 

और पढ़ें मथुरा का यमुना धर्मराज मंदिर: जहां भाई-बहन साथ करते हैं पूजन, मिलता है अकाल मृत्यु से मुक्ति का आशीर्वाद

और पढ़ें दैनिक राशिफल, 21 अक्टूबर, 2025, मंगलवार

जन्म के समय ही 'राम' का उच्चारण करने वाले इस बालक को माता-पिता ने अशुभ मुहूर्त मानकर त्याग दिया था, जिसके बाद एक साधु नरहरिदास ने उनका पालन-पोषण किया। तुलसीदास को बचपन में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन उनकी विद्या और भक्ति के प्रति लगन ने उन्हें असाधारण बना दिया। तुलसीदास ने वेद-पुराणों का गहन अध्ययन किया और रामानंदी वैष्णव संप्रदाय से दीक्षा ली। उनकी प्रमुख रचना 'रामचरितमानस' वाल्मीकि रामायण का हिंदी रूपांतरण है, जो भक्ति, नैतिकता और सामाजिक मूल्यों का प्रेरणास्रोत बनी हुई है। इस महाकाव्य के अलावा 'हनुमान चालीसा', 'विनय पत्रिका', 'दोहावली', 'कवितावली', 'गीतावली', और 'दोहावली' जैसी रचनाओं ने उन्हें लोकप्रिय बनाया।

और पढ़ें संस्कारों से बनती है आदमी की पहचान

 

तुलसीदास ने संस्कृत और अवधी भाषा में महारत हासिल की। उनकी भक्ति भगवान राम के प्रति इतनी गहरी थी कि उन्होंने अपने जीवन को श्रीराम की भक्ति और उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने में समर्पित कर दिया। रामचरितमानस तुलसीदास की सबसे प्रसिद्ध रचना है, जिसे उन्होंने अवधी में लिखा। यह महाकाव्य भगवान राम के जीवन, उनके आदर्शों और मर्यादाओं को सरल भाषा में प्रस्तुत करता है, जिससे यह आम जनता के लिए सुलभ हो सका। इस ग्रंथ ने न केवल धार्मिक चेतना को जागृत किया, बल्कि हिंदी साहित्य को भी समृद्ध किया।

 

तुलसीदास ने वाराणसी में संस्कृत, वेद और शास्त्रों की शिक्षा प्राप्त की। उनके गुरु ने उन्हें राम भक्ति की ओर प्रेरित किया। तुलसीदास ने अपने समय की सामाजिक और धार्मिक कुरीतियों पर भी प्रहार किया। उनकी रचनाओं में नैतिकता, धर्म और मानवता के मूल्यों को बढ़ावा दिया गया। उन्होंने समाज को यह संदेश दिया कि सच्ची भक्ति में जाति, वर्ग या धन का कोई महत्व नहीं है। उनकी रचनाओं ने भक्ति आंदोलन को नई दिशा दी और हिंदी साहित्य को लोकप्रिय बनाया। तुलसीदास ने अपने जीवन का अधिकांश समय वाराणसी (काशी) में बिताया। ऐसा माना जाता है कि उन्होंने गंगा तट पर अस्सी घाट के पास रामचरितमानस की रचना की। काशी में ही उनका निधन हुआ। उनकी मृत्यु के बाद भी उनकी रचनाएं अमर रहीं और आज भी काशी में तुलसी घाट और तुलसी मानस मंदिर उनके योगदान की गवाही देते हैं।


 

संबंधित खबरें

लेखक के बारे में

नवीनतम

बिहार चुनाव: नामांकन रद्द होने से महागठबंधन को बड़ा झटका, पर्चा हुआ खारिज; NDA प्रत्याशी को वॉकओवर

पटना/मोतिहारी। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन (Grand Alliance) को एक बड़ा झटका लगा है। पूर्वी चंपारण जिले की सुगौली...
Breaking News  देश-प्रदेश  बिहार 
बिहार चुनाव: नामांकन रद्द होने से महागठबंधन को बड़ा झटका, पर्चा  हुआ खारिज; NDA प्रत्याशी को वॉकओवर

UP पुलिस का बड़ा एक्शन, रिश्वतखोरी के वायरल वीडियो पर 11 पुलिसकर्मी निलंबित, तीन जिलों पर गाज

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर बड़ा एक्शन लिया है। सोशल मीडिया पर...
Breaking News  उत्तर प्रदेश  लखनऊ 
UP पुलिस का बड़ा एक्शन, रिश्वतखोरी के वायरल वीडियो पर 11 पुलिसकर्मी निलंबित, तीन जिलों पर गाज

सहारा समूह को बड़ा झटका, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सहकारी समितियों की याचिका की खारिज; PMLA के तहत कार्रवाई को बताया वैध

लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के मामले में सहारा समूह को इलाहाबाद उच्च न्यायालय (Allahabad High Court) की लखनऊ...
Breaking News  उत्तर प्रदेश  लखनऊ  प्रयागराज 
सहारा समूह को बड़ा झटका, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सहकारी समितियों की याचिका की खारिज; PMLA के तहत कार्रवाई को बताया वैध

"ऑपरेशन सिंदूर, तीसरी अर्थव्यवस्था, जीएसटी...", पीएम मोदी ने देशवासियों को लिखा पत्र

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिवाली के पावन अवसर पर देशवासियों को एक विशेष पत्र लिखकर हार्दिक शुभकामनाएं दी...
Breaking News  मुख्य समाचार  राष्ट्रीय 
"ऑपरेशन सिंदूर, तीसरी अर्थव्यवस्था, जीएसटी...", पीएम मोदी ने देशवासियों को लिखा पत्र

रिकॉर्डतोड़ ₹6.05 लाख करोड़ का हुआ दिवाली व्यापार, CAIT ने बताया GST कटौती और 'स्वदेशी' का असर; कांग्रेस ने बिक्री के आंकड़ों को बताया 'फर्जी'

   नई दिल्ली। साल 2025 की दिवाली ने भारतीय व्यापार के लिए पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल...
Breaking News  मुख्य समाचार  राष्ट्रीय 
रिकॉर्डतोड़ ₹6.05 लाख करोड़ का हुआ दिवाली व्यापार, CAIT ने बताया GST कटौती और 'स्वदेशी' का असर; कांग्रेस ने बिक्री के आंकड़ों को बताया 'फर्जी'

उत्तर प्रदेश

UP पुलिस का बड़ा एक्शन, रिश्वतखोरी के वायरल वीडियो पर 11 पुलिसकर्मी निलंबित, तीन जिलों पर गाज

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर बड़ा एक्शन लिया है। सोशल मीडिया पर...
Breaking News  उत्तर प्रदेश  लखनऊ 
UP पुलिस का बड़ा एक्शन, रिश्वतखोरी के वायरल वीडियो पर 11 पुलिसकर्मी निलंबित, तीन जिलों पर गाज

सहारा समूह को बड़ा झटका, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सहकारी समितियों की याचिका की खारिज; PMLA के तहत कार्रवाई को बताया वैध

लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के मामले में सहारा समूह को इलाहाबाद उच्च न्यायालय (Allahabad High Court) की लखनऊ...
Breaking News  उत्तर प्रदेश  लखनऊ  प्रयागराज 
सहारा समूह को बड़ा झटका, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सहकारी समितियों की याचिका की खारिज; PMLA के तहत कार्रवाई को बताया वैध

सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने हलाल सर्टिफिकेट बैन पर उठाए संवैधानिक सवाल, सरकार से मांगा प्रमाण

Sambhal News: संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हलाल सर्टिफिकेट पर लगाई गई...
उत्तर प्रदेश  मुरादाबाद 
सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने हलाल सर्टिफिकेट बैन पर उठाए संवैधानिक सवाल, सरकार से मांगा प्रमाण

हाथरस के सलेमपुर गांव में आतिशबाजी को लेकर दो पक्षों में विवाद, दो युवक घायल

हाथरस, 22 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में हाथरस जिले के सलेमपुर गांव में दो पक्षों के बीच जमकर विवाद हो...
उत्तर प्रदेश  लखनऊ 
हाथरस के सलेमपुर गांव में आतिशबाजी को लेकर दो पक्षों में विवाद, दो युवक घायल