ओरल हेल्थ के लिए वरदान दातुन : सिर्फ दांतों के लिए नहीं, पूरे शरीर के लिए भी है लाभकारी
नई दिल्ली। सदियों से दांतों की मजबूती के लिए दातुन का इस्तेमाल होता आया है। हमारे बड़े बुजुर्गों के दांतों की सेहत का राज भी दातुन रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दातुन सिर्फ ओरल हेल्थ के लिए ही जरूरी नहीं है, बल्कि इसका संबंध आंखों की अच्छी सेहत से भी है? आयुर्वेद में दातुन को मुख का संरक्षक माना गया है, जो पेट से लेकर आंखों तक के लिए लाभकारी है।
इससे आंखों की रोशनी भी तेज होती है। तीसरा, दातुन मुंह की ओरल हेल्थ के लिए लाभकारी होती है। अगर मसूड़ों में खून आता है, दर्द होता है, पायरिया की परेशानी है, या दांत कमजोर हैं, तो दातुन किसी दवा की तरह काम करती है। ये मसूड़ों में कसाव लाने में मदद करती है, जिससे दांतों को जड़ से मजबूती प्रदान होती है और लंबे समय तक दांत स्थिर रहते हैं। चौथा, दातुन जीभ की सफाई करने में भी सहायक है। आयुर्वेद में दातुन के बाद लकड़ी से जीभ को भी साफ करने का विधान है, जिससे जीभ पर जमी सफेद परत हट जाती है। जीभ पर जमी परत टॉक्सिन होती है, जो मुंह में बदबू फैलाती है और कई अन्य बीमारियों के भी कारण बनती है। अब सवाल है कि कौन सी दातुन का इस्तेमाल करना है। इसके लिए नीम की दातुन, बबूल की दातुन, अपामार्ग की दातुन और बरगद, खेर, या अर्जुन के पेड़ की दातुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये सभी दातुन औषधीय गुणों से भरपूर हैं।
