मुजफ्फरनगरः माइनॉरिटी वेलफेयर एसोसिएशन ने मेधावी छात्र-छात्राओं को किया सम्मानित, लड़कों की घटती संख्या पर जताई चिंता
मुजफ्फरनगर। माइनॉरिटी वेलफेयर एसोसिएशन मुजफ्फरनगर की ओर से इस्लामिया इंटर कॉलेज प्रांगण में स्टूडेंट्स मेरिट अवार्ड प्रोग्राम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को मोमेंटो और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत कारी साहब द्वारा तिलावते कुरान से की गई। इसके बाद 525 छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि जाकिर अली राणा ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों को अपनी तालीम पर पूरा ध्यान देना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से छात्राओं से घर के कामकाज के साथ-साथ उच्च शिक्षा हासिल करने पर जोर दिया।
जिला अल्पसंख्यक अधिकारी मैत्री रस्तोगी ने माइनॉरिटी वेलफेयर एसोसिएशन की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम बच्चों का मनोबल बढ़ाते हैं और उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।
डॉ. रवीश आलम खान ने कहा कि कार्यक्रम में छात्राओं की संख्या अधिक होना खुशी की बात है, लेकिन लड़कों की घटती भागीदारी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि चाहे आधी रोटी खानी पड़े, लेकिन बच्चों की पढ़ाई से समझौता नहीं होना चाहिए।
डॉ. सलमान मैराज ने बच्चों को लक्ष्य निर्धारित कर शिक्षा हासिल करने की सलाह दी और कहा कि ऐसे कार्यक्रम हर साल होते रहने चाहिए। एडवोकेट कमरुज्जमा ने कहा कि बच्चों का भविष्य संवारने का एकमात्र रास्ता शिक्षा है, इसके लिए हर कुर्बानी देने को तैयार रहना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जाकिर अली राणा ने लकी ड्रॉ के माध्यम से चयनित लगभग दस बच्चों को अलग से पुरस्कार देकर उनका हौसला बढ़ाया और सभी बच्चों को दुआएं दीं।
कार्यक्रम के अंत में संस्था के अध्यक्ष जफरयाब खान ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया, जबकि सचिव शाने आलम ने संस्था का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया। शहजाद अली गौर ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि इस बार कार्यक्रम में लड़कियों की संख्या अधिक और लड़कों की संख्या कम रही, जिस पर सभी अतिथियों ने चिंता व्यक्त करते हुए लड़कों को पढ़ाई में और मेहनत करने की सलाह दी।
कार्यक्रम को सफल बनाने में लख्ते हसनैन जैदी, काजी शादाब, यूसुफ खान, मौ. रईस, मौ. याकूब, खिलाफत राणा, नदीम मंसूरी, अब्दुल सलाम, मौ. ऐजाज, शहजाद अली गौर, इब्राहिम खान, मौ. आसिफ, मौ. इमरन सैफी, याकूब अली, हाफिज मौ. दानिश और हाफिज मौ. अहमद का विशेष योगदान रहा।
