मुजफ्फरनगर: कोहरे के बीच 'अदृश्य मौत' को मात देगी पुलिस; ई-रिक्शा पर लाउडस्पीकर लेकर सड़कों पर उतरे पुलिसकर्मी
मुजफ्फरनगर। जिले में सर्दी और घने कोहरे ने सड़कों को 'अदृश्य मौत' बना दिया है। आए दिन हादसे, जानें जा रही हैं, लेकिन अब पुलिस ने कमर कस ली है। जिसकी बानगी उस वक्त देखने को मिली जब शहर कोतवाली क्षेत्र की रोहाना चौकी की पुलिस टीम सड़कों पर उतर आई। पुलिस का लाउडस्पीकर बोला, “धीरे चलो, जान बचाओ!”
चौकी इंचार्ज सब-इंस्पेक्टर मोहित कुमार ने मंगलवार शाम ई-रिक्शा में लाउडस्पीकर लगवाया और फोर्स के साथ पैदल गश्त शुरू की। रोहाना कस्बे से सहारनपुर-मुजफ्फरनगर हाईवे तक हर चौराहे, हर गली में आवाज गूंजी, जिसे लोग रुक-रुककर सुनने लगे।
मोहित कुमार ने एक-एक टिप्स दोहराई:
- कोहरे में धीमी गति, सफेद पट्टी पर नजर।
- फॉग लाइट ऑन, लाइट लो बीम पर।
- चौपहिया में सीट बेल्ट, शीशे साफ।
- दुपहिया पर हेलमेट अनिवार्य।
- वाहनों के बीच दूरी, नशे में ड्राइविंग बैन।
- मोबाइल-इयरफोन दूर रखो।
- किसानों – गन्ना ट्रॉली पर रिफ्लेक्टर लगाओ!
SSP-SP ट्रैफिक के आदेश पर अभियान चलाया
एसएसपी संजय कुमार वर्मा और एसपी यातायात अतुल चौबे के सख्त निर्देश पर यह अभियान चलाया गया। मंगलवार शाम इस कड़ाके की ठंड में SI मोहित कुमार ने जमकर ‘पसीना’ बहाया। CM योगी के “कोहरे से हादसे रोकने” के आदेश की यह पहली कड़ी का एक उदाहरण देखने को मिला।
जनता को राहत, उम्मीद जगी
लोग बोले कि “पुलिस पहली बार इतनी गंभीर दिखी। अब शायद हादसे रुकें!” हाईवे पर ट्रक ड्राइवरों ने ‘थंब्स अप’ दिखाया। रोहाना के दुकानदारों ने कहा कि “लाउडस्पीकर की आवाज दिल तक पहुंची है!”
पुलिस ने ऐलान किया कि अभियान रुकने वाला नहीं। हर दिन नई जगह, नई टीम के साथ ज़ारी रहेगा। कोहरे की चादर में अब पुलिस की आवाज रोशनी बनकर चमकेगी। मुजफ्फरनगर की सड़कें सुरक्षित होंगी
