एशियाई टेबल टेनिस चैंपियनशिप में चीन का जलवा, पुरुष और महिला दोनों वर्गों में सुनहरी जीत

Table Tennis: एक बार फिर साबित हो गया कि टेबल टेनिस के एशियाई मंच पर चीन का कोई सानी नहीं। पुरुष और महिला दोनों वर्गों में चीन ने प्रतिद्वंद्वी टीमों को 3-0 से पराजित कर चैंपियनशिप की चमक अपने नाम की। पुरुष टीम ने जहां हांगकांग को हराया, वहीं महिला टीम ने जापान को मात देकर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।
महिला वर्ग में चीन की अजेय तिकड़ी ने झोंकी ताकत

पुरुष फाइनल में भी चीन की शानदार लय
पुरुष वर्ग के फाइनल में चीन ने शुरुआत से ही दबदबा बनाए रखा। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी लिन शिडोंग ने हांगकांग के वोंग चुन तिंग को 11-8, 11-4, 11-4 से मात देकर चीन को 1-0 की बढ़त दिलाई। इसके बाद चीन के दूसरे नंबर के खिलाड़ी वांग चुकिन ने चान बाल्डविन को 12-10, 11-9, 5-11, 14-12 से हराकर अंतर को और गहरा किया। आखिरी मैच में लियांग जिंगकुन ने यिउ कवान गो को 13-11, 11-6, 12-10 से पराजित कर टीम को 3-0 की निर्णायक जीत दिलाई।
एशिया में अजेय बना चीन का टेबल टेनिस साम्राज्य
पुरुष और महिला दोनों टीमों की जबरदस्त जीत ने इस बात पर मुहर लगा दी कि चीन एशियाई टेबल टेनिस में अभी भी सबसे ताकतवर राष्ट्र है। चाहे तकनीक हो या रणनीति, चीन के खिलाड़ियों ने विपक्षियों को कोई मौका नहीं दिया। उनकी एकजुटता और खेल पर नियंत्रण ने बाकी देशों को पीछे छोड़ दिया। चीन की यह जीत न केवल एशिया बल्कि विश्व टेबल टेनिस सर्किट में भी उसके वर्चस्व को मजबूत करती है।
आने वाले टूर्नामेंटों के लिए चीन का बढ़ा आत्मविश्वास
एशियाई चैंपियनशिप की यह जीत चीन के लिए आने वाली बड़ी प्रतियोगिताओं से पहले मानसिक बढ़त साबित होगी। खिलाड़ियों का आत्मविश्वास और स्थिरता यह स्पष्ट करते हैं कि चीन अगले ओलंपिक्स में भी टेबल टेनिस में अपना दबदबा बनाए रखने के लिए पूरी तरह तैयार है।
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