कैराना सांसद इकरा हसन पर पिंकी चौधरी का विवादित बयान: 'तलवार के बल पर सलवार पहनी हो, वो गुर्जर कैसे ?'



पिंकी चौधरी का विवादित बयान
वायरल वीडियो (जिसकी पुष्टि नहीं हुई है कि वह कब का है) में पिंकी चौधरी ने इकरा हसन की 'औकात' पर सवाल उठाते हुए एक शख्स की तरफ इशारा कर कहा:
"इतनी औकात हो गई है इसकी, इकरा हसन की... सही कहा छोटे भाई ने, ये किस तरह से कहती है कि मैं गुर्जर हूं। जिसने तलवार के बल पर सलवार पहनी हो, वो गुर्जर कैसे हो सकती है। गुर्जर हमारे बहुत ताकतवर, हमारी क्षत्रिय कौम है। और ये जिहादी, मैं कह रहा हूं सीधी-सीधी, इसका भाई जब एसडीएम को गाली देता था।"
यह बयान सांसद इकरा हसन द्वारा खुद पर हुई आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर लगाए गए आरोपों के बाद आया है।
इकरा हसन का भावुक आरोप: 'मुझे मुल्ली और आतंकी कहा गया'
दरअसल, यह विवाद तब शुरू हुआ जब बुधवार को सपा सांसद इकरा हसन सहारनपुर जिले के गंगोह क्षेत्र के छापुर गांव पहुंचीं। ग्रामीणों के साथ बैठक में इकरा हसन भावुक हो गईं और उन्होंने कहा कि कुछ विरोधी उन्हें 'मुल्ली और आतंकवादी' कह रहे हैं।
सांसद ने भाजपा के पूर्व सांसद प्रदीप चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सब उनके इशारे पर उनके समर्थक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके एक करीबी समर्थक ने उन्हें 'आतंकी' और 'मुल्ली' कहा, और उनके परिवार को गंदी-गंदी गालियां दी गईं।
जनता से सवाल: इकरा हसन ने कहा कि विरोध करने का अधिकार सबको है, लेकिन धर्म, बिरादरी और महिलाओं के खिलाफ जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया गया, वह सिर्फ उनका नहीं, बल्कि इस क्षेत्र की हर महिला का अपमान है। उन्होंने सवाल किया कि "क्या मैं आपके समाज की बेटी नहीं हूँ? क्या पूर्व सांसद के घर में बहन-बेटी नहीं है?"
सांसद ने स्पष्ट किया कि इन गालियों से उन्हें फर्क नहीं पड़ता, लेकिन कप्तान साहब के कहने पर उन्होंने तहरीर दी है। उन्होंने कैराना में हिंदू-मुसलमान करवाना चाहने वाले लोगों के मंसूबों को कामयाब नहीं होने देने का संकल्प भी लिया।
पूर्व सांसद प्रदीप चौधरी का पलटवार
अगले ही दिन, गुरुवार को पूर्व भाजपा सांसद प्रदीप चौधरी ने इकरा हसन के आरोपों का पलटवार करते हुए सभी आरोपों को सिरे से नकारा। उन्होंने कहा कि इकरा हसन को पहले खुद के और अपने परिवार के बर्ताव पर नज़र डालनी चाहिए।
चौधरी ने कहा: "इकरा हसन यह भी देखें कि मायावती पर हमले (गेस्ट हाउस कांड) में कौन शामिल था। मुजफ्फरनगर दंगों में कौन सक्रिय था। कैराना पलायन किसने कराया। कोरोना के समय किसने कहा था कि भाजपा वालों की दुकानों से सामान मत लो। इन सब पर भी सपा सांसद को जवाब देना चाहिए।"
जवाब में इकरा हसन ने कहा कि उनके परिवार ने हमेशा लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान किया है और उनके विरोधी परिवारों से मतभेद जरूर रहे, लेकिन कभी किसी ने व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की। उन्होंने वर्तमान घटना को नफरत फैलाने की कोशिश करार दिया।
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