सैफ एथलेटिक्स चैंपियनशिप से पीछे हटा पाकिस्तान, भारत उतारेगा युवा दल, समरदीप सिंह गिल पर सबकी निगाह

छह देशों से 300 एथलीट लेंगे भाग

भारत देगा युवाओं को मौका
मेजबान भारत ने इस बार चैंपियनशिप में अपने शीर्ष एथलीटों की जगह युवा खिलाड़ियों को उतारने का फैसला लिया है। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ का उद्देश्य नए टैलेंट को अवसर देना और भविष्य की ओलंपिक तैयारियों को मजबूती प्रदान करना है। टीम इंडिया में इस बार 90 से अधिक खिलाडियों के शामिल होने की उम्मीद है, जिनमें कई ने पिछली घरेलू प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन किया था।
समरदीप सिंह गिल बने आकर्षण का केंद्र
इस चैंपियनशिप का सबसे बड़ा आकर्षण शॉटपुटर समरदीप सिंह गिल रहेंगे। समरदीप ने हाल ही में एशियन गेम्स गोल्ड मेडलिस्ट तेजिंदर पाल सिंह तूर को लगातार तीन टूर्नामेंट में हराया था। अगस्त में इंटर-स्टेट टूर्नामेंट में उन्होंने 19.82 मीटर गोला फेंककर नया रिकॉर्ड कायम किया था। समरदीप इस बार भारत के लिए स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।
400 मीटर से लेकर जेवलिन थ्रो तक युवा जोश
भारतीय दल के अन्य प्रमुख नामों में 400 मीटर की धाविका नीरू पाठक, डिस्कस थ्रो में किरपाल सिंह, 800 मीटर में लिली दास और 4x400 मीटर रिले दौड़ में एशियन गेम्स गोल्ड मेडलिस्ट एमआर पूवम्मा और प्रिया मोहन शामिल होंगी। वहीं, 4x100 मीटर में एमवी जिल्ना टीम की अगुवाई करेंगी। पुरुष जेवलिन थ्रो के लिए ऋषभ नेहरा और हिमांशु भारतीय दल की उम्मीदों का भार संभालेंगे।
युवा भारत से इतिहास रचने की उम्मीद
भारतीय दल इस प्रतियोगिता में अनुभव से अधिक नई ऊर्जा के साथ उतरेगा। खिलाड़ियों का कहना है कि बिना दबाव के प्रदर्शन करने से उन्हें अपने सर्वश्रेष्ठ खेल का मौका मिल सकेगा। खेल विशेषज्ञों का मानना है कि यह चैंपियनशिप उन युवा भारतीय एथलीटों के लिए एक बड़ा मंच बनेगी जो अगले ओलंपिक या एशियन गेम्स में पदक की रेस में दिख सकते हैं।
