अयोध्या नगर निगम के प्रवर्तन दल का अमानवीय चेहरा: ठेले वालों से उठक-बैठक कराई, फिर उल्टा किया खड़ा

अयोध्या। अयोध्या नगर निगम के प्रवर्तन दल के सदस्यों द्वारा राजद्वार पार्क में कुछ लोगों के साथ किए गए अमानवीय व्यवहार का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद नगर निगम में हड़कंप मच गया है।

शुक्रवार को नगर निगम के प्रवर्तन दल ने दीनदयाल पार्क के पास ठेले लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की। आरोप है कि टीम ने आठ ठेले वालों को पकड़ा और उन्हें जबरदस्ती पार्क में ले जाकर अमानवीय तरीके से दंडित किया।
वायरल हो रहे 2 मिनट 13 सेकेंड के वीडियो में प्रवर्तन दल के सदस्य इन ठेले वालों से पहले कान पकड़कर उठक-बैठक करवाते दिख रहे हैं। इसके बाद, उन्हें दीवार के सहारे उल्टा खड़ा करवाया गया। मना करने पर टीम ने उन्हें डंडे से धमकाकर सिर नीचे और पैर दीवार के सहारे खड़े रहने को मजबूर किया। ये लोग काफी देर तक इसी स्थिति में खड़े रहे।
मामले की जानकारी होने पर अयोध्या के महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी ने इसे गंभीरता से लिया और जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने प्रवर्तन दल के प्रभारी वीके सिंह को भी तलब कर पूछताछ की।
महापौर ने अपर नगर आयुक्त भरत भार्गव को जांच अधिकारी बनाया है और उनसे जल्द से जल्द रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने कहा है कि जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि ठेले वालों को कई बार पार्क के आसपास ठेला लगाने से मना किया गया था, लेकिन वे बार-बार अतिक्रमण कर रहे थे, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही थी। लोगों की शिकायतों के बाद ही यह कार्रवाई की गई।
हालांकि, सपा नेता और पार्षद प्रतिनिधि महेंद्र शुक्ल ने इस तरीके को अमानवीय करार दिया है। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण पर कार्रवाई जरूरी है, लेकिन दुकानदारों के साथ नियमों के तहत कार्रवाई होनी चाहिए, न कि इस तरह का व्यवहार।
फिलहाल, किसी पीड़ित ने अभी तक आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है, लेकिन वीडियो के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है।