बेमौसम बारिश ने किसानों की तोड़ी कमर: संभल में फसलों की तबाही पर भाकियू ने मुआवजे की उठाई मांग, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

Sambhal News: संभल जनपद में बेमौसम बरसात, तेज हवाओं और ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। खेतों में लगी धान, बाजरा और अगैती आलू की फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। भारी नुकसान झेल रहे किसानों ने अब सरकार से मुआवजे की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है।
भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक असली) ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन बुधवार को एसडीएम विकास चंद्र को सौंपा और फसल हानि का सर्वे कराकर किसानों को उचित मुआवजा दिलाने की मांग की।
एसडीएम को सौंपा गया ज्ञापन, खाद वितरण में अनियमितता पर सवाल

भाकियू नेताओं ने इसे प्रशासन की गंभीर लापरवाही बताया और कहा कि इससे किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है — एक ओर फसलें बर्बाद हैं, दूसरी ओर खेती की लागत बढ़ती जा रही है।
सरकारी धान खरीद केंद्रों पर भी ठप पड़ी प्रक्रिया
किसानों ने आरोप लगाया कि जिले में सरकारी धान क्रय केंद्रों पर अब तक खरीद शुरू नहीं हुई है। इससे किसानों को अपनी उपज बेचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
भाकियू पदाधिकारियों ने मांग की कि प्रशासन जल्द से जल्द सभी सरकारी केंद्रों पर खरीद शुरू कराए ताकि किसानों को राहत मिल सके और उपज सही दामों पर बिक सके।
पुलिस उत्पीड़न और लंबित जांचों पर भी उठाए सवाल
किसानों ने ज्ञापन में यह भी कहा कि जनपद में पुलिस द्वारा किसानों और आम नागरिकों का उत्पीड़न बढ़ गया है। बिना जांच के फर्जी मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं।
भाकियू ने जुनावई थाना क्षेत्र के अहरोला गांव की 10 नवंबर 2021 की घटना का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग ने उस मामले की पोस्टमार्टम रिपोर्ट गायब कर दी, और बार-बार शिकायत करने के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई।
समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन की चेतावनी
किसान संगठन ने प्रशासन को स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर सभी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वे धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
भाकियू के इस ज्ञापन में अनीस अहमद, जयवीर सिंह, हरिओम यादव, सोमवीर सिंह, टिंकू, इंद्रपाल, ओमवीर, खजान सिंह समेत कई किसान मौजूद रहे। किसानों का कहना है कि अगर सरकार ने जल्द राहत नहीं दी, तो आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज़ होगा।