ऑपरेशन मुस्कान के तहत 10 साल बाद मां-बेटे का मिलन, भावुक हुआ माहौल
बांदा। उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा आपरेशन मुस्कान के तहत की गई प्रभावी कार्रवाई एक बार फिर उम्मीद की किरण बनकर सामने आई है। 10 वर्षों से गुमशुदा नाबालिग बालक किशन को आखिरकार उसकी मां से मिलवा दिया गया। मां-बेटे के इस मिलन ने ऐसा भावुक दृश्य पैदा कर दिया कि वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गईं।
बालक किशन वर्ष 2014-15 में मात्र 6 वर्ष की उम्र में अपनी मां के साथ श्री कामदगिरी परिक्रमा पथ से लापता हो गया था। मां ने वर्षों तक बेटे की तलाश में दर-दर भटककर हर संभव प्रयास किए, लेकिन बच्चा नहीं मिला। कुछ दिन पहले मटौंध से महोबा जा रही रेलवे लाइन के किनारे किशन को अकेले चलते हुए देखकर ट्रैकमैन ने डायल 112 पर सूचना दी। पीआरवी टीम ने उसे सुरक्षित महोबा पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन के सुपुर्द किया। काउंसलिंग के दौरान बच्चे ने ग्राम मऊ, थाना मर्का व बबेरू (जनपद बांदा) का नाम बताया, जिसके आधार पर महोबा पुलिस ने उसे बाल कल्याण समिति बांदा भेजा।
इसके बाद थाना एसजेपीयू, एएचटीयू, चाइल्ड हेल्पलाइन, यूनिसेफ तथा अन्य संयुक्त टीमों ने बच्चे के परिवार की तलाश में व्यापक अभियान शुरू किया। बांदा, चित्रकूट और आसपास के सभी थानों में तलाश कराई गई। वहीं श्री कामदगिरी परिक्रमा क्षेत्र में पोस्टर-पंपलेट लगाकर भी खोजबीन की गई। काउंसलिंग के दौरान बच्चे ने यह भी बताया कि उसे कुछ लोगों ने प्रताड़ित कर बंधुआ मजदूरी करवाई। इस पर थाना मानव तस्करी रोधी पुलिस ने धारा 137(2), 115(2) बीएनएस, 75/79 किशोर न्याय अधिनियम एवं 16 बंदी श्रम अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत कर 12 अक्टूबर 2025 को चार आरोपितों के विरुद्ध न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया।
बांदा पुलिस लगातार बच्चे की मां की तलाश में लगी रही। कामदगिरी परिक्रमा क्षेत्र के लोगों ने बताया कि मजदूरी के लिए कुछ लोग गुजरात भी जाते हैं। इसके आधार पर पुलिस टीम ने गुजरात में भी तलाश शुरू की। करीब छह महीने के लगातार प्रयासों के बाद आखिरकार बच्चे की मां संगीता देवी का पता चल गया।
मां को गुजरात से बांदा बुलाया गया और 10 साल बाद जैसे ही मां-बेटे की मुलाकात हुई, वहां मौजूद हर व्यक्ति का हृदय पसीज गया। दोनों एक-दूसरे से लिपटकर फूट-फूटकर रो पड़े। बेटे को सीने से लगाकर मां लम्बे समय तक रोती रही। यह दृश्य देखकर संयुक्त टीम के सदस्य, अधिकारी और मौजूद लोग अपनी भावनाएं रोक नहीं सके। पूरे माहौल में संवेदनाओं की लहर दौड़ गई।
मां संगीता देवी ने पुलिस और संयुक्त टीम का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “मेरा बेटा मुझे वापस मिल गया, इससे बड़ा सुख दुनिया में कोई नहीं। यह जानकारी अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने शुक्रवार को दी।
