राजभवन में 'खेल प्रतियोगिता-2025' शुरू: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की पहल पर रस्साकसी में महिलाओं ने दिखाया पराक्रम
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से बुधवार को राजभवन परिसर में परंपरागत खेल प्रतियोगिता-2025 का शुभारंभ हुआ। महिला रस्साकसी प्रतियोगिता में मेजर गरिमा यादव की टीम विजेता रही। प्रतियोगिता का उद्घाटन विशेष कार्याधिकारी राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव डॉ. सुधीर महादेव बोबडे, विशेष कार्याधिकारी राज्यपाल अशोक देसाई, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा डॉ. पंकज एल. जानी, विशेष सचिव श्रीप्रकाश गुप्ता, परिसहाय पुनीत द्विवेदी तथा विशेष सचिव एवं वित्त नियंत्रक हिमानी चौधरी द्वारा बच्चों के साथ आकाश में गुब्बारे छोड़कर किया गया।
खेल प्रभारी जमाल अहमद सिद्दीकी की देखरेख में इस पूरी प्रतियोगिता का संचालन किया जा रहा है। आज बालक एवं बालिका वर्ग में कलर बॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसके अतिरिक्त महिला वर्ग में रस्साकसी प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें सुश्री यादव एवं राजपरिवार नियंता निधि पांडेय के नेतृत्व वाली टीमों ने सहभागिता की। आज की महिला रस्साकसी प्रतियोगिता में मेजर गरिमा यादव की टीम विजेता रही।
गौरतलब है कि राज्यपाल की प्रेरणा से राजभवन में परंपरागत खेल प्रतियोगिता का आयोजन नियमित रूप से किया जाता है। इस आयोजन का उद्देश्य हमारी समृद्ध पारंपरिक खेल संस्कृति का संरक्षण एवं संवर्धन करना है, साथ ही राजभवन परिसर में निवासरत बच्चों तथा कार्यरत अधिकारियों, कर्मचारियों एवं उनके परिवारजनों में स्वास्थ्य, फिटनेस एवं सक्रिय जीवनशैली को प्रोत्साहित करना है। इसके माध्यम से प्रतिभागियों में अनुशासन, टीम भावना, आपसी सहयोग, खेल भावना तथा हार-जीत को सहज रूप से स्वीकार करने का संस्कार विकसित होता है।
विशेष कार्याधिकारी डॉ. बोबडे ने कहा कि राज्यपाल की प्रेरणा से स्वास्थ्य, फिटनेस एवं स्वस्थ खेल भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से परंपरागत खेल प्रतियोगिता का यह पांचवां संस्करण आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन राजभवन में कार्यरत अधिकारियों, कर्मचारियों एवं उनके परिवारजनों में निहित खेल प्रतिभा को मंच प्रदान करता है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ देते हुए आशा व्यक्त की कि यह प्रतियोगिता पूर्व वर्षों की भांति सफल होगी। इस अवसर पर राजभवन के अधिकारी, कर्मचारी, उनके परिवारजन तथा खेलप्रेमी उपस्थित रहे।
