यूपी विधानसभा शीतकालीन सत्र का अंतिम दिन: सीएम योगी ने विपक्ष पर बोला तीखा हमला-शिवपाल तो भर्ती के मास्टर थे !
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे और अंतिम दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला। सदन में विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए सीएम योगी ने कानून-व्यवस्था, दंगा नियंत्रण, पुलिस सुधार, भर्ती प्रक्रिया, निवेश और अर्थव्यवस्था को लेकर अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और पूर्ववर्ती सरकारों पर गंभीर आरोप लगाए।
मुख्यमंत्री ने सबसे पहले नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्ष अपने शासनकाल की विफलताओं से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार के समय प्रदेश में अराजकता, भय और दंगे आम बात थे, जबकि आज यूपी में न कर्फ्यू है और न ही दंगा। “अब सब कुछ चंगा है,” कहते हुए उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि दंगा कैसे होता है और उसका उपचार क्या है, यह बरेली के मौलाना से पूछ लीजिए।
पूजा पाल का मुद्दा और न्याय की बात
सीएम योगी ने सपा पर पूजा पाल को न्याय न दिला पाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि माफिया के सामने झुकने की मजबूरी के कारण एक गरीब बेटी को न्याय नहीं मिल सका। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि बेटी चाहे किसी भी पक्ष की हो, न्याय हर हाल में मिलेगा और सरकार इसमें कोई भेदभाव नहीं करती।
दंगा, माफिया और नकल माफिया पर सख्ती
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह माफिया की कमर तोड़ी गई है, उसी तरह नकल माफिया की भी कमर तोड़ी जा सकती है। उन्होंने कहा कि गलत आदतें पिछली सरकारों ने डाली थीं। “जब कोई हेकड़ी दिखाता है, तो हम उसकी हेकड़ी ठीक करते हैं,” कहते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार सज्जनों को सुरक्षा और दुर्जनों को ठिकाने लगाने का काम कर रही है।
गीता का श्लोक और सख्त संदेश
सीएम योगी ने सदन में भागवत गीता का श्लोक “परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्” पढ़ते हुए कहा कि वह यहां भजन करने नहीं आए हैं। अगर भजन करना होता तो मठ में रहते, लेकिन सरकार की जिम्मेदारी निभाने के लिए वे सदन में हैं।
पुलिस सुधार और फोरेंसिक व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने पुलिस सुधारों का जिक्र करते हुए कहा कि प्रशिक्षण लेने वाले अभ्यर्थियों के बैरक मॉडर्न बनाए गए हैं। प्रदेश में पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम लागू किया गया है। नए कानूनों के तहत 7 साल से अधिक की सजा वाले मामलों में फोरेंसिक जांच अनिवार्य कर दी गई है। हर जिले में दो फोरेंसिक वैन उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। साइबर थानों की स्थापना भी की गई है।
भर्ती प्रक्रिया और शिक्षा आयोग
सीएम योगी ने आरोप लगाया कि सपा शासन में योग्य युवाओं को भर्ती में प्राथमिकता नहीं मिलती थी। शिवपाल यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया को तार-तार करने में वे “मास्टर” थे और इसमें पीएचडी कर रखी थी। वर्तमान सरकार ने भर्ती को पारदर्शी बनाने के लिए हर स्तर पर तंत्र विकसित किया है। इसी कारण शिक्षा आयोग में एक रिटायर्ड डीजीपी को शामिल किया गया है।
युवाओं, पीएससी और महिलाओं पर फोकस
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यूपी का युवा नौकरी पा रहा है और प्रदेश की पीएससी पर हर यूपीवासी को गर्व है। सरकार ने 34 कंपनियों को पुनर्गठित किया है और भर्ती प्रक्रिया को व्यवस्थित किया है। तीन महिला पीएससी का गठन भी किया गया है। यूपी एसएएफ का गठन हो चुका है और सेफ सिटी के लक्ष्य को हासिल किया गया है।
कानून-व्यवस्था और अपराध पर बयान
सीएम योगी ने कहा कि पहले पुलिस आगे-आगे दौड़ती थी और गुंडे उसे दौड़ाते थे, लेकिन आज स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है। अपराधियों को चेतावनी दी जाती है कि सुधर जाओ, नहीं तो परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब कोई भय का माहौल नहीं है और रूल ऑफ लॉ स्थापित है।
गन्ना मूल्य, टैक्स और विपक्ष पर तंज
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार किसानों को 400 रुपये प्रति क्विंटल गन्ने का मूल्य दे रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों में सरकार ने कोई नया टैक्स नहीं लगाया। इस दौरान उन्होंने खन्नाजी का जिक्र करते हुए टैक्स के नाम पर शाहजहांपुर की फाइलें करा लेने पर व्यंग्य भी किया ।
निवेश और अर्थव्यवस्था पर जोर
सीएम योगी ने कहा कि आज यूपी निवेशकों के लिए बेहतरीन गंतव्य बन चुका है। पहले कोई भी बिजनेसमैन यहां निवेश नहीं करना चाहता था, जो समाजवादी नीतियों का परिणाम था। देश की आजादी के समय अर्थव्यवस्था में यूपी की हिस्सेदारी 14 प्रतिशत थी, जो सपा शासन में गिरकर 8 प्रतिशत रह गई थी। वर्तमान सरकार ने इसे बढ़ाकर 9 प्रतिशत कर दिया है। यूपी आज देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है।
पुलिस ट्रेनिंग और सुरक्षा माहौल
मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 से पहले प्रदेश में सिर्फ 3 हजार जवानों की ही ट्रेनिंग संभव थी। सरकार का मानना है कि ट्रेनिंग के दौरान जितना पसीना बहता है, नौकरी के दौरान उतना ही खून कम बहता है। मजबूत सुरक्षा व्यवस्था के कारण ही प्रदेश में विकास और निवेश संभव हुआ है।
2047 का लक्ष्य और विपक्ष को संदेश
सीएम योगी ने विपक्ष को 2047 तक इंतजार करने की बात कहते हुए कहा कि प्रदेश विकास की राह पर आगे बढ़ चुका है। अंत में उन्होंने नेता प्रतिपक्ष के स्वस्थ रहने की कामना करते हुए कहा कि आने वाले समय में यह देखा जाएगा कि सपा विपक्ष के लायक भी रह पाएगी या नहीं।
