UP: सोनभद्र में ड्रिलिंग के दौरान धंसी खदान, एक मजदूर की मौत; 15 श्रमिक दबे!
सोनभद्र। रविवार की दोपहर सोनभद्र के ओबरा थाना क्षेत्र के बिल्ली–मारकुंडी खनन इलाके में एक भयंकर हादसा हुआ, जिसने पूरे जिले को झकझोर दिया। जहाँ आमतौर पर मजदूरों के हथौड़ों और मशीनों की आवाज़ गूंजती है, आज वहाँ केवल मलबा, अफरातफरी और चीख-पुकार सुनाई दी।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार एक मजदूर की मौत हुई है, जबकि कुछ ग्रामीण और स्थानीय नेता दो मौतों की बात कह रहे हैं। अधिकारियों ने अभी तक इस पर स्पष्ट जानकारी नहीं दी है। घटना के समय खदान के पास मुख्यमंत्री का कार्यक्रम हुआ था और उनके आगमन के कारण क्षेत्र में ब्लास्टिंग रोकी गई थी। हालांकि कृष्णा माइनिंग कंपनी की खदान में होल बनाने का काम जारी था, और इसी दौरान यह बड़ा हादसा हुआ।
जैसे ही घटना की सूचना मिली, जिलाधिकारी बद्रीनाथ सिंह, एसपी अभिषेक वर्मा और प्रशासन की पूरी टीम मौके पर पहुंची। राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन खदान की गहराई और संकरे रास्तों के कारण हर सेकंड राहत कार्य चुनौतीपूर्ण बन रहा है। परिजनों और गांव वालों में मातम पसरा है, कुछ मजदूर पनारी गांव के थे।
पोकलेन मशीनों और SDRF टीम की मदद से मलबे में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने का काम जारी है। प्रशासन ने कहा है कि जल्द ही फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा।
इस हादसे ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि काम बंद रहने के आदेश के बावजूद खदान में ड्रिलिंग क्यों चल रही थी। मजदूरों की सुरक्षा क्या केवल कागज़ों तक सीमित है, और खदानों में सुरक्षा मानकों का पालन क्यों नहीं किया जा रहा है। सोनभद्र के मजदूर रोज़ अपनी जीविका के लिए खदानों में उतरते हैं, लेकिन हर हादसा यह याद दिलाता है कि उनकी जान की कीमत अभी भी कम समझी जा रही है।
