शिक्षकों की हुंकार: मेरठ में टैट की अनिवार्यता खत्म करने को लेकर महापंचायत, राकेश टिकैत ने कहा- सरकार लाए अध्यादेश

मेरठ/मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के हजारों शिक्षकों ने रविवार को मेरठ के नारायण ग्रैंड रिसॉर्ट, मोदीपुरम में आयोजित भारतीय किसान यूनियन (शिक्षक प्रकोष्ठ) की शिक्षक महापंचायत में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे चौधरी राकेश टिकैत (राष्ट्रीय प्रवक्ता, भारतीय किसान यूनियन) ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि "सरकार को चाहिए कि वह शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) की अनिवार्यता पर अध्यादेश लाए और शिक्षकों को राहत दे।"
क्या है मामला?
महापंचायत में उपस्थित शिक्षक नेताओं ने बताया कि NCTE की 29 मई 2017 की गाइडलाइन और 1 सितंबर 2025 को सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी आदेश के आधार पर सरकार ने सभी परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के लिए टैट पास होना अनिवार्य कर दिया है। इससे 2011 से पहले नियुक्त शिक्षक भी प्रभावित हो रहे हैं, जो पहले ही अपनी नियुक्ति सेवा शर्तों के आधार पर कार्य कर रहे थे।
शिक्षकों ने इसे अव्यवहारिक और असंवैधानिक बताया और मांग की कि 29 जुलाई 2011 से पहले नियुक्त शिक्षकों को इस परीक्षा से मुक्त रखा जाए।
इस महापंचायत में चौधरी राकेश टिकैत ने रविंद्र सिंह को भारतीय किसान यूनियन शिक्षक प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया।
महापंचायत में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया कि“प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से आग्रह है कि शिक्षक हितों को ध्यान में रखते हुए टैट अनिवार्यता पर तुरंत अध्यादेश लाकर राहत प्रदान करें।”
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अनु चौधरी, डॉ. संजीव, और विनेश कुमार ने संयुक्त रूप से किया। महिला अध्यापिकाओं ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। श्रीमती ज्योति चौधरी (महामंत्री) ने टीईटी से मुक्ति दिलवाने का आश्वासन दिया।