मेरठ में प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र का शुभारंभ, दिव्यांगजनों को मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं

मेरठ। भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेज में एक नए प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र(PMDK) का शुभारंभ किया गया। नए प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र का फीता काटकर उद्धाटन राज्यसभा सांसद डॉक्टर लक्ष्मीकांत वाजपेयी और ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर द्वारा किया गया। मेरठ सहित अब तक देश भर में कुल 100 प्रधानमंत्री दिव्याशा शक्ति केंद्र स्थापित किया जा चुके हैं।
यह पहल दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र एक ऐसा समग्र केंद्र है जहां दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण,पुनर्वास सेवाएं तथा अन्य सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जाएगी। मेरठ में स्थापित यह नया केंद्र विशेष रूप से पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं आसपास के क्षेत्र के हजारों लाभार्थियों को सेवाएं प्रदान करेगा।
दिव्यांशा केंद्र उद्घाटन कार्यक्रम में उपकरण वितरण भारत सरकार के राष्ट्रीय व्योश्री योजना एवं एडिप योजना के अंतर्गत वरिष्ठ नागरिकों एवं दिव्यांगजनों के लिए निशुल्क सहायक उपकरणों के वितरण हेतु एलिम्को द्वारा 16 लाभार्थियों को लगभग 1,73,000 रुपयों की लागत से 79 सहायक उपकरण वितरित किए गए।
आज के प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र के उद्घाटन समारोह में डॉ.लक्ष्मीकांत वाजपेई सांसद सदस्य( राज्यसभा), उत्तर प्रदेश सरकार में उर्जा राज्यमंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर, डॉ. आरसी गुप्ता प्राचार्य लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज मेरठ, प्रियंका सिंह, प्रभारी प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र, एलिम्को दिल्ली, डॉ ज्ञानेश्वर टॉक उप प्राचार्य एवं विभागाध्यक्ष अस्थि रोग विभाग, डॉ अरविंद कुमार ,आचार्य मेडिसिन विभाग, डॉ अनुपमा, विभागाध्यक्ष, बाल रोग विभाग, डॉ लोकेश चौधरी, विभागाध्यक्ष, नेत्र रोग, डॉ प्रेम प्रकाश मिश्रा सह आचार्य सूक्ष्म जीव विज्ञान, एलिमको की मैनेजर प्रियंका सिंह आदि की उपस्थिति में आज मोटराइज्ड ट्राई साइकिल,व्हीलचेयर,ट्राई साइकिल, कान की मशीन,कमोड स्टूल, घुटने की बेल्ट, कमर की बेल्ट, छड़ी एवं अन्य सहायक उपकरण वितरित किए गए।
एलिम्को लगातार दिव्यांगजनों के जीवन को सशक्त और खुशहाल बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है। मेरठ में प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र के शुभारंभ के साथ ही सरकार ने पुनः अपने इस संकल्प को दोहराया है “समावेशी भारत-सबका साथ,सबका विकास,सबका विश्वास और सबका प्रयास”1972 में स्थापित यह संगठन विश्व का सबसे बड़ा निर्माता है।
जो दिव्यांगजनों के लिए कृत्रिम अंग सहायक उपकरणों और पुनर्वास सेवाओं की आपूर्ति करता है। यह सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (DEPwD) की एक संस्था है जो देश भर में आयोजित ADIP & RVY शिविरों तथा प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्रों एवं विशेष अभियानों के माध्यम से लगातार दिव्यांगजनों के जीवन को सशक्त और खुशहाल बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है।