मुजफ्फरनगर में भाजपा मंडल अध्यक्ष के भाई को पुलिस द्वारा गोली मारने के मामले में जाँच समिति गठित, 3 दिन में होगा फैसला

मुजफ्फरनगर। बुढ़ाना क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष मोनू ठाकुर के चचेरे भाई को पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने के बाद मामला गरमा गया है ।बीजेपी नेताओं द्वारा दिए गए धरने के बाद एसपी सिटी के नेतृत्व में एक जांच समिति गठित कर दी गई है जिसके बाद ही कोई कार्रवाई होगी ।
मंगलवार को परासोली नहर पर हुई कथित मुठभेड़ को लेकर अब भाजपा नेता और पुलिस आमने-सामने आ गए हैं।
पुलिस का दावा है कि कुरथल रोड पर हुई लूट की घटना के बाद परासोली नहर पर चेकिंग के दौरान बदमाशों से मुठभेड़ हुई। इस दौरान गोली लगने से रॉबिन पुत्र उदय पाल निवासी कुरथल घायल हुआ, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने उसके पास से बाइक, तमंचा और कारतूस बरामद करने की बात कही है। वहीं उसके दो साथी मौके से फरार बताए जा रहे हैं।
पुलिस मुठभेड़ का शिकार रोबिन बुढ़ाना के भाजपा मंडल अध्यक्ष मोनू ठाकुर का चचेरा भाई है जिसके कारण यह मामला तूल पकड़ गया है ।
मोनू ठाकुर का आरोप है कि पुलिस रॉबिन को गांव के तालाब के पास से उठाकर ले गई और फर्जी मुठभेड़ का नाटक रचा। उनका कहना है कि रॉबिन का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है और पुलिस ने निर्दोष युवक को फंसाया है।
इस मुद्दे को लेकर मंगलवार रात से ही बवाल शुरू हो गया। बुधवार को बुढ़ाना डाक बंगले पर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की पंचायत बुलाई गई, जिसमें जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष ठाकुर रामनाथ सिंह, भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष राजू अहलावत, बुढ़ाना के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र त्यागी समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे ।सभी ने बुढ़ाना कोतवाल आनंद देव मिश्रा और मुठभेड़ में शामिल पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
इस मौके पर ठाकुर रामनाथ सिंह ने कहा कि जो हुआ वह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा इस मामले में अगर सख्त कार्यवाही नहीं हुई तो चाहे आमरण अनशन करना पड़े या पार्टी भी छोड़नी पड़े, वे पीछे नहीं हटेंगे ।
बीजेपी किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष राजू अहलावत ने भी अपनी ही सरकार में बीजेपी नेताओं के निरंतर हो रहे अपमान का मुद्दा उठाया ।उन्होंने कहा कि ज़िले में संजीव बालियान से लेकर मोनू ठाकुर तक सभी पुलिस से अपमान का शिकार हो चुके है । उन्होंने कहा कि अगर यहाँ से कोई फ़ैसला कराये बिना चले गए तो कहीं मुंह दिखाने के लायक नहीं रहोगे ।
बताया गया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और मुजफ्फरनगर के पूर्व सांसद डॉ. संजीव बालियान तथा भाजपा जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी भी मामले को लेकर सक्रिय हो गए हैं। दोनों नेताओं ने जिले के आला अफसरों से बातचीत कर पुलिस पर कार्रवाई की मांग उठाई है।
बाद में बुढ़ाना के पूर्व विधायक उमेश मलिक मौके पर पहुंचे और उन्होंने बताया के कप्तान मौके पर आ रहे है और वह घोषणा करेंगे ।बाद में एसपी देहात आदित्य बंसल ने बताया कि एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत के नेतृत्व में एक जांच कमेटी गठित की जा रही है जिसके दो सीओ भी शामिल रहेंगे जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी ।
पूर्व विधायक उमेश मलिक ने बताया कि यह जांच समिति तीन दिन में अपनी रिपोर्ट दे देगी जिसकी रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी जिसके बाद कोतवाल समेत सभी पुलिसकर्मियों के बारे में अंतिम निर्णय किया जाएगा .
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