सहारनपुर। जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी मनीष बंसल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 15 दिन की अवधि बढ़ा दिए जाने से छूट गए मतदाताओं को अवसर मिला है कि वे अपने प्रपत्रों को भरकर बीएलओ को सौंप दे।
जिलाधिकारी मनीष बंसल ने बताया कि सहारनपुर जनपद की सातों विधानसभा क्षेत्रों के तहत मतदाताओं की कुल संख्या 2642371 है और विशेष गहन पुनर्रीक्षण के तहत ऐसे मतदाताओं के नाम हटा दिए गए हैं जिनकी मृत्यु हो चुकी है अथवा वे अन्यत्र चले गए हैं और अपने निवास स्थान पर उपस्थित नहीं मिले।
उन्होंने कहा कि जनपद में शुक्रवार तक 22 लाख 3 हजार 44 मतदाताओं का पंजीकरण डिजिटाइजेशन किया जा चुका है। उन्होंने शहरी मतदाताओं से खासतौर से अपील की कि छूटे हुए मतदाताओं में बड़ी सख्या उन्हीं की हैं जो किसी कारणवश बीएलओ को नहीं मिल पाए हैं।
उन्होंने राजनीतिक दलों से यह अपील की कि वे अपने बूथस्तर के एजेंटों के जरिए छूटे गए मतदाताओं के फार्म भरवाए। इस पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता भी आएगी और किसी को भी अनावश्यक रूप से यह कहने का मौका नहीं मिलेगा कि उनका नाम मतदाता सूची से काट दिया गया है। जिलाधिकारी मनीष बंसल ने कहा कि 18 वर्ष पूरा करने वाले मतदाता फार्म-6 भरकर बीएलओ देंगे ताकि उनका नाम मतदाता सूची में शामिल कर लिया जाए। जनपद में 2718 बूथों पर मतदाताओं के गहन पुनर्रीक्षण का अभियान चल रहा है। उन्होंने कहा कि बीएलओ ने दिन-रात मेहनत करके सफलतापूर्वक कार्य किया है। जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। अब अगले 14 दिनों में छूटे गए मतदाताओं के पास अपने फार्म जमा करने का अवसर भारत के निर्वाचन आयोग ने प्रदान किया है।
जिलाधिकारी मनीष बंसल ने बताया कि उनकी ओर से सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से लगातार सहयोग मांगा गया जिससे पूरी पारदर्शिता के साथ यह अभियान सफल हो सके। उन्होंने बताया कि अब 26 दिसंबर तक गणना प्रपत्र जमा किए जा सकेंगे और मतदाता सूची का आलेख्य प्रकाशन 31 दिसंबर को होगा और दावे एवं आपत्तियां दर्ज करने का समय 31 दिसंबर से 30 जनवरी 2026 तक होगा। 28 फरवरी को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। अभी तक जिले में जो अभियान चला है उसको लेकर किसी भी विपक्षी दल ने अपनी कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई है और ना ही मतदाताओं की ओर से कोई बड़ी शिकायत सामने आई है। कुछ बीएलओ की शिकायतें जरूर मिलीं जिनकों संबंधित अधिकारियों ने दूर करा दिया। इस तरह से सहारनपुर में यह अभियान पूरी पारदर्शिता और सूचिता के साथ चल रहा है।