वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को अमेरिका और इजरायल सहित उसके सहयोगियों पर अत्याचार को लेकर अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) पर प्रतिबंध लगाने वाला एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किया।
आदेश में कहा गया कि अमेरिका उन लोगों पर ठोस एवं महत्वपूर्ण प्रतिबंध लगाएगा जो आईसीसी के उल्लंघनों के लिए जिम्मेदार हैं, जिनमें से कुछ में संपत्ति और परसंपत्तियों को अवरुद्ध करना, साथ ही आईसीसी के अधिकारियों, कर्मचारियों और एजेंटों, साथ ही उनके निकटतम परिवार के सदस्यों के लिए अमेरिका में प्रवेश को निलंबित करना शामिल हो सकता है, क्योंकि उनका हमारे राष्ट्र में प्रवेश अमेरिकी हितों के लिए हानिकारक होगा।
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इसमें कहा गया है कि आईसीसी के अपराधों में अमेरिका और इज़रायल सहित उसके सहयोगियों के खिलाफ जांच शुरू करना शामिल है।
ट्रंप ने आदेश में कहा “आईसीसी का अमेरिका या इज़रायल पर कोई अधिकार क्षेत्र नहीं है, क्योंकि कोई भी देश रोम क़ानून का पक्षकार या आईसीसी का सदस्य नहीं है। किसी भी देश ने कभी भी आईसीसी के अधिकार क्षेत्र को मान्यता नहीं दी है, और दोनों देश अपनी-अपनी सेनाओं के साथ संपन्न लोकतंत्र हैं जो युद्ध के कानूनों का सख्ती से पालन करते हैं।”
अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि अदालत ने अमेरिका और इज़रायल के खिलाफ कार्रवाई करके देशों के कर्मियों के लिए “उत्पीड़न, दुर्व्यवहार और संभावित गिरफ्तारी” की एक खतरनाक मिसाल कायम की है।