कम पानी में रिकॉर्ड तोड़ पैदावार देगी गेहूं की ये नई वैरायटी, समय पर करें बुवाई तो मंडी में लग जाएगी खरीदारों की लाइन
आज हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसी गेहूं की किस्म के बारे में जो इस समय बुवाई के लिए सबसे बेहतरीन मानी जाती है और जो किसानों को कम पानी में ज्यादा उत्पादन देकर मालामाल कर रही है जी हां हम बात कर रहे हैं गेहूं की DBW 187 किस्म की जिसे कई जगहों पर करण वंदना के नाम से भी जाना जाता है
गेहूं की DBW 187 किस्म की खासियत
DBW 187 एक बायोफोर्टिफाइड किस्म है जिसमें आयरन और अन्य पोषक तत्वों की मात्रा काफी अधिक होती है यही वजह है कि यह स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बेहद उपयोगी मानी जाती है यह किस्म पीला रतुआ और भूरा रतुआ जैसी घातक बीमारियों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता रखती है जिससे फसल को नुकसान नहीं होता और उत्पादन भी बढ़िया मिलता है
इस किस्म की सबसे खास बात यह है कि यह कम पानी में भी शानदार पैदावार देती है यानी सिंचाई की ज्यादा जरूरत नहीं पड़ती इसके कारण यह सूखे इलाकों या कम वर्षा वाले क्षेत्रों के किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है इसकी फसल की गुणवत्ता बहुत उच्च होती है और मंडी में इसका दाम अन्य गेहूं किस्मों से ज्यादा मिलता है जिससे किसान को अच्छा मुनाफा प्राप्त होता है
बुवाई का सही समय और खेती की तैयारी
गेहूं की DBW 187 किस्म की बुवाई का सबसे उत्तम समय अक्टूबर से नवंबर तक माना जाता है अगर बुवाई देर से की जाए तो उत्पादन में कमी आ सकती है इसीलिए समय पर बुवाई करना बहुत जरूरी है
खेती शुरू करने से पहले खेत की अच्छी तरह गहरी जुताई कर मिट्टी को भुरभुरा बना लेना चाहिए फिर उसमें जैविक खाद या गोबर की खाद डालनी चाहिए जिससे मिट्टी में पर्याप्त पोषक तत्व बने रहें बीजों को बुवाई से पहले उपचारित कर लेना चाहिए ताकि रोगों और कीटों से फसल को नुकसान न पहुंचे इसकी बुवाई के लिए प्रति एकड़ लगभग 40 से 45 किलो बीज की जरूरत होती है
बुवाई के बाद खरपतवार नियंत्रण पर विशेष ध्यान देना चाहिए क्योंकि खरपतवार फसल से पोषक तत्वों की प्रतिस्पर्धा करते हैं और उत्पादन घटा सकते हैं फसल की अच्छी ग्रोथ के लिए संतुलित मात्रा में यूरिया डीएपी और पोटाश जैसे खादों का उपयोग करना चाहिए गेहूं की DBW 187 फसल लगभग 140 से 145 दिनों में पककर तैयार हो जाती है
उपज और मुनाफा
इस किस्म की पैदावार क्षमता बहुत ज्यादा है अगर किसान सही तरीके से खेती करें तो प्रति हेक्टेयर 65 से 70 क्विंटल तक गेहूं का उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं इस फसल की गुणवत्ता देखकर व्यापारी और मिलें इसे जल्दी खरीद लेते हैं क्योंकि इसमें पोषक तत्वों की मात्रा अधिक होती है
इसलिए किसान भाइयों अगर आप कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो इस सीजन में गेहूं की DBW 187 यानी करण वंदना किस्म की खेती जरूर करें यह किस्म आपके खेत और जेब दोनों को खुश कर देगी
