सर्दियों में इस फसल की अगेती खेती से किसान कमा रहे हैं लाखों रुपये, गर्मी से पहले मंडियों में मिल रहे हैं रिकॉर्ड भाव
अगर आप किसान हैं और इस सर्दी कुछ नया करने की सोच रहे हैं, तो तरबूज की अगेती खेती आपके लिए बेहतरीन मौका साबित हो सकती है। आमतौर पर किसान गर्मियों में तरबूज की खेती करते हैं, लेकिन जो किसान सर्दियों में इसकी अगेती खेती करते हैं, वे गर्मी शुरू होने से पहले ही मंडियों में ऊंचे दाम पाकर अच्छा मुनाफा कमा लेते हैं। अगर आप भी इस सर्दी में खेत से तरबूज की खुशबू फैलाना चाहते हैं, तो चलिए जानते हैं कि इसे कैसे करें और कौन सा समय सबसे सही है।
सर्दियों में तरबूज की अगेती खेती का सही समय
सर्दियों में तरबूज की खेती के फायदे
सर्दियों में तरबूज की खेती करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इस समय रोग और कीटों का प्रकोप बहुत कम होता है। फसल की गुणवत्ता बढ़िया रहती है और पैदावार भी अधिक मिलती है। इस समय लगाया गया तरबूज गर्मियों की शुरुआत में तैयार हो जाता है, जिससे किसान बाजार में जल्दी पहुंचकर सबसे ज्यादा दाम प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा सर्दी में उत्पादन लागत भी कम आती है क्योंकि ज्यादा कीटनाशक की जरूरत नहीं पड़ती।
सर्दियों में तरबूज की खेती कैसे करें
सर्दियों में तरबूज की खेती करते समय खेत की अच्छी तैयारी बेहद जरूरी है। खेत को भुरभुरा बनाएं ताकि बीजों का अंकुरण ठीक से हो सके। तापमान को नियंत्रित रखने के लिए लो टनल या क्रॉप कवर का इस्तेमाल करें, क्योंकि अत्यधिक ठंड में पौधों की वृद्धि धीमी हो जाती है। जब तापमान बढ़ता है तो तरबूज के पौधे तेजी से बढ़ने लगते हैं। खेती के दौरान डीएपी, एमओपी, यूरिया और सल्फर का संतुलित प्रयोग करें। सल्फर से पौधों को रोगों से बचाव मिलता है और फल का आकार व स्वाद दोनों बेहतर होते हैं।
तरबूज की अच्छी वैरायटी कौन सी है
अगर आप अगेती खेती के लिए सही वैरायटी चुनना चाहते हैं तो क्लॉज की जंबो रेड वैरायटी सबसे लोकप्रिय है। इसका वजन लगभग 5 से 7 किलो तक होता है और स्वाद भी बेहतरीन रहता है। इसके अलावा धनिया की मधुरस, सेमिनिस का माधव, सिंजेंटा की रेड चीप और साकाता की साटो वैरायटी भी अच्छी उपज देती हैं। इन वैरायटी से तरबूज का रंग, मिठास और वजन सभी बेहतर रहते हैं जिससे मंडी में इसकी डिमांड बढ़ जाती है।
तरबूज की बुवाई की दूरी और खेत की तैयारी
तरबूज की बुवाई करने से पहले खेत को जोतकर समतल बना लें। मिट्टी को हल्की भुरभुरी रखें ताकि जड़ें गहराई तक फैल सकें। तरबूज की बुवाई के लिए 6 फीट की दूरी पर बेड बनाएं और हर पौधे के बीच लगभग 1 फीट की दूरी रखें। इस तरह की बुवाई से पौधे को पर्याप्त जगह मिलती है और पैदावार भी अधिक होती है।
दोस्तों अगर आप सर्दियों में तरबूज की अगेती खेती अपनाते हैं तो आप गर्मी आने से पहले ही बाजार में अपने तरबूज से जलवा बिखेर सकते हैं। बस सही समय पर बुवाई करें, उचित वैरायटी चुनें और आधुनिक तकनीक का उपयोग करें। थोड़ी मेहनत और देखभाल से यह फसल आपको लाखों का मुनाफा दे सकती है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी कृषि विशेषज्ञों और फसली अनुसंधान पर आधारित है। खेती शुरू करने से पहले अपने क्षेत्र की जलवायु और मिट्टी के अनुसार स्थानीय कृषि अधिकारी या विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।
