यह फसल सितंबर में लगाने पर देती है जबरदस्त उत्पादन और किसान कमा सकते हैं लाखों का मुनाफा

आज हम आपको एक ऐसे फल की खेती के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी मांग पूरे साल बाजार में बनी रहती है और जिसे खाने वाले हर मौसम में ढूंढते रहते हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं केले की खेती की खासकर बसराई किस्म की खेती की। यह किस्म किसानों के लिए बहुत लाभदायक साबित होती है क्योंकि इसमें लागत से कई गुना ज्यादा मुनाफा मिलता है।
क्यों खास है केले की बसराई किस्म
बसराई किस्म की खेती के लिए सही समय और मिट्टी
सितंबर का महीना इस किस्म के पौधों की रोपाई के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। खेती के लिए गहरी दोमट या चिकनी दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है क्योंकि इसमें नमी बनाए रखने की क्षमता अधिक होती है। पहले नर्सरी में पौधे तैयार किए जाते हैं फिर खेत में रोपाई की जाती है। पौधे लगाने के लिए 60x60x60 सेंटीमीटर के गड्ढे बनाए जाते हैं जिन्हें 2x2 मीटर की दूरी पर खोदा जाता है। प्रति हेक्टेयर लगभग 20 से 25 टन गोबर की खाद और नीम की खली डालने से पौधों की बढ़वार और उत्पादन क्षमता बहुत अच्छी होती है।
पौधों की देखभाल और फसल की अवधि
पौधों को कीटों से बचाने के लिए 2 ग्राम डाईथेन एम-45 दवा को प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव किया जा सकता है। रोपाई के बाद लगभग 11 से 14 महीने में फसल पूरी तरह से तैयार हो जाती है।
उत्पादन और मुनाफा
एक हेक्टेयर में बसराई किस्म की खेती करने पर 300 से 400 क्विंटल तक उत्पादन मिलता है। इसकी मार्केट कीमत लगभग 50 से 60 रुपए प्रति दर्जन होती है जिससे किसान लाखों रुपए तक का मुनाफा आसानी से कमा सकते हैं। यही कारण है कि केले की बसराई किस्म को व्यावसायिक खेती के लिए सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य कृषि ज्ञान पर आधारित है। खेती शुरू करने से पहले स्थानीय कृषि विशेषज्ञ या विभाग से सलाह जरूर लें।