मुज़फ्फरनगर में सूदखोरों का आतंक, दहशत में परिवार, बोला - अब जीने की ताक़त नहीं, योगी से लगाई न्याय की गुहार

मुज़फ्फरनगर। जिले के सुजडू गांव निवासी एक परिवार सूदखोर के उत्पीड़न से इस कदर टूट चुका है कि उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पूरे परिवार को आत्महत्या की अनुमति देने की अपील की है। पीड़ित सतीश ने वरिष्ठ अधिकारियों और मीडिया के समक्ष गुहार लगाई कि दबंग सूदखोर से उसे और उसके परिवार को जल्द राहत दिलाई जाए।
क्या है पूरा मामला?
सतीश ने बताया कि वर्ष 2001 से विभिन्न पारिवारिक कारणों, जैसे शादी और पत्नी की बीमारी के चलते, उसने करीब 16 लाख रुपये उधार लिए। मनीष हर महीने 2 प्रतिशत ब्याज की दर से सूद वसूलता रहा। उसने सतीश का बैंक एटीएम और चेकबुक अपने कब्जे में ले ली और वेतन का अधिकांश हिस्सा खुद रखता था।सतीश और उसके परिवार को सिर्फ ₹4,000 महीने घर खर्च के लिए दिए जाते थे।
64 लाख चुका चुके, फिर भी उत्पीड़न जारी
सतीश का दावा है कि वह अब तक लगभग ₹64 लाख ब्याज में चुका चुका है, फिर भी मनीष लगातार दबाव बना रहा है।
परिजनों के अनुसार मनीष ने कई बार घर में घुसकर धमकियां दीं। बेटों को अगवा करने और महिलाओं से अभद्रता की घटनाएं भी सामने आईं। एक बार समझौता हुआ था जिसमें ₹12 लाख नकद और ₹5 लाख किश्तों में बिना ब्याज देने पर सहमति बनी, फिर भी मनीष की दबंगई खत्म नहीं हुई।
परिवार ने कहा – आत्महत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं
सतीश ने पुलिस और प्रशासन से सुरक्षा और न्याय की मांग की है। उनका कहना है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो परिवार को आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की अपील की है।