दाने-दाने में केसर का दम का दावा करने वाले शाहरुख, अजय देवगन और टाइगर श्रॉफ से उपभोक्ता आयोग ने मांगा जवाब

जयपुर। राज्य उपभोक्ता आयोग ने विमल पान मसाले के दाने-दाने में केसर का दम बताकर इसका भ्रामक विज्ञापन करने के मामले में फिल्म अभिनेता शाहरुख खान, अजय देवगन और टाइगर श्रॉफ सहित विमल पान मसाला ब्रांड के निर्माता जेबी इंडस्ट्रीज से 8 अक्टूबर तक जवाब तलब किया है। आयोग अध्यक्ष जस्टिस देवेन्द्र कच्छावा और सदस्य करुणा जैन ने यह आदेश गजेन्द्र सिंह ठाकुर की अपील पर प्रारंभिक सुनवाई करते हुए दिए। अपील में जिला उपभोक्ता आयोग क्रम-2 के परिवाद खारिज करने के गत 12 अगस्त को दिए आदेश को चुनौती दी गई है।
अपील में अधिवक्ता सुमन शेखावत ने बताया कि जेबी इंडस्ट्रीज विमल पान मसाले का निर्माण कर उसे देशभर में विक्रय करने के लिए सप्लाई करती है। वहीं तीनों अभिनेता इसकी बिक्री बढाने के लिए इसका विज्ञापन करते हैं। परिवाद में कहा गया कि विज्ञापन में बताया जाता है कि इसमें केसर का मिश्रण है। जबकि सच्चाई यह है कि केसर की कीमत करीब चार लाख रुपए प्रति किलोग्राम है और यह पान मसाला पांच रुपए में आता है। ऐसे में इसमें केसर मिलाने का दावा भ्रामक है। यह भ्रामक विज्ञापन इसलिए दिखाया जाता है कि अधिक से अधिक लोग ज्यादा से ज्यादा यह पान मसाला खरीदें और इसके निर्माता को लाभ मिले।
परिवाद में बताया गया कि इन अभिनेताओं द्वारा इस पान मसाले में दाने-दाने में केसर का दम दिखाकर दुष्प्रचार किया जा रहा है। जिससे एक ओर निर्माता कंपनी करोड़ों रुपए का व्यापार कर रही है और दूसरी ओर आमजन हानिकारक और स्वास्थ्य के लिए पान मसाला का सेवन कर कैंसर जैसी बीमारी को न्यौता दे रहे हैं। इसके बावजूद वे जानबूझकर आमजन को भ्रमित करने के लिए इसे केसरयुक्त बताकर विज्ञापन जा रहा है। अपील में गुहार की गई है कि विमल पान मसाला के उत्पादन और विज्ञापन पर तत्काल रोक लगाने के साथ ही इन कलाकारों को दिए राष्ट्रीय पुरस्कार वापस लिए जाए। वहीं इन पर पचास लाख रुपए का हर्जाना भी लगाया जाए। जिस पर सुनवाई करते हुए आयोग ने तीनों अभिनेताओं सहित निर्माता कंपनी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।