एलन मस्क का बड़ा दावा: 2030 तक आपका स्मार्टफोन सिर्फ 'एआई एज नोड' बनकर कबाड़ हो जाएगा
नई दिल्ली। टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक बार फिर एलन मस्क ने भविष्य का विजन पेश किया है। मस्क का दावा है कि आने वाले 5-6 साल में आज का स्मार्टफोन सिर्फ “एज नोड” बनकर रह जाएगा। यानी फोन का रूप तो वैसा ही रहेगा, लेकिन इसके अंदर सब कुछ बदल जाएगा। एंड्रॉयड, iOS, ऐप स्टोर और अलग-अलग ऐप्स सब खत्म हो जाएंगे और एआई सीधे स्क्रीन पर पिक्सल बनाकर कंटेंट दिखाएगा।
तकनीकी कारण भी उन्होंने स्पष्ट किए। मस्क ने कहा कि दुनिया भर के 8 अरब लोगों को 4K वीडियो क्लाउड से भेजना संभव नहीं है, इसलिए फोन में ताकतवर एआई चिप लगेगी जो ज्यादातर काम खुद ही कर सकेगी। इस तरह फोन “डंब टर्मिनल” नहीं बल्कि क्लाउड का छोटा भाई यानी एज नोड बनेगा।
एज नोड हल्के डिवाइस होते हैं जो एआई इन्फरेंस के लिए ऑप्टिमाइज्ड होते हैं। ये सर्वर-साइड एआई से जुड़कर काम करते हैं और रेडियो मॉड्यूल्स के जरिए वीडियो एनालिसिस भी संभाल सकते हैं। मस्क का अनुमान है कि 2030 तक आज का स्मार्टफोन इतिहास बन जाएगा और एज कंप्यूटिंग तेजी से बढ़ेगी।
भविष्य में फोन हाथ में रहेगा, लेकिन असली प्रोसेसिंग क्लाउड पर होगी। डिवाइस यूजर की जरूरतों को पहले से समझकर कंटेंट दिखाएगा। न्यूरालिंक जैसी तकनीक इंटरफेस को पूरी तरह बदल देगी।
कंपनियां पहले से तैयारी में हैं। सैमसंग ने 100 मिलियन से ज्यादा डिवाइस पर ऑन-डिवाइस एआई फीचर्स लॉन्च कर दिए हैं, जबकि xAI ने 12 बिलियन डॉलर की फंडिंग लेकर चैलेंजर्स को टक्कर देने की तैयारी पूरी कर ली है।
आने वाले तीन बड़े बदलाव:
फोन के ऐप स्टोर इतिहास की किताबों में चले जाएंगे।
फोन का प्रोसेसर मिनी सुपरकंप्यूटर बन जाएगा।
यूजर की आवाज और आंखें नया कीबोर्ड बनेंगी।
2030 तक स्मार्टफोन की पूरी दुनिया ही बदलने वाली है।
