शामली। देर रात्रि सडकों पर दौड रहे अवैध टेंपों चालक की लापरवाही से मां-बेट की जान चली गई। टेंपों चालक ने तेज गति से लापरवाही दिखाते हुए एक वाहन को ओवरटेक करने का प्रयास किया, जिससे टेंपों एक भैंसी बग्गी में जा टकराया। टक्कर लगने से मां-बेटे उछलकर टेंपों से गिर पडे और सिर जमीन में लगने से मौके से पर ही मौत हो गई।
शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कलंदरशाह निवासी एक महिला गोलो अपने 7 वर्षीय बेटे माहिर के साथ किसी कार्य से कैराना गई थी। बताया जाता है कि जब वह देर रात्रि टेंपों में सवार होकर वापस घर लौट रही थी तो शहर के कैराना रोड एक एक ऑर्चिड रेस्तरों के सामने टेंपों चालक ने लापरवाही दिखाते हुए आगे चल रहे एक वाहन को ओवरटेक करने का प्रयास किया। जिस चालक टेंपों एक भैंसा बग्गी में जा टकराया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि टेंपों में भर रही सवारियां उछलकर सडक पर जा गिरी, जिसमें गोलो व उसके 7 वर्षीय बेटे माहिर के सिर में गंभीर चोट लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पाकर आसपास के लोगों ने दोनों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। वही अन्य घायलों को उपचार के बाद छुटटी दे दी गई। परिजन दोनों मां बेटे के शवों को बिना किसी कानूनी कार्यवाही कि अपने साथ ले गए। सोमवार सवेरे गमगीन माहौल में दोनों के शवों को सुपुर्द-ए खाक कर दिया गया। मां बेटे की एक साथ हुई मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
बिना परमिट के टेंपों धडल्ले से दौड रहे
शामली। शामली शहर की सडकों पर बिना परमिट के टेंपों धडल्ले से दौड रहे है। नाबालिंग बच्चों व नौसिखिये लोगों द्वारा टेंपों का संचालन किए जाने से आये दिन हाससे हो रहे है। अभी टेंपों चालक किसी वाहन में टक्कर मार देते है तो कभी तेज रफ्तार के कारण नियंत्रण खोने से पलट देते है। यही नही मात्र तीन शीटर टेंपों में क्षमता से अधिक आठ से 10 सवारियां भरकर दौडाया जा रहा है। जिससे सवारियों की जान को खतरा बना रहता है। लोगों का कहना है कि टेंपों चालक अवैध रूप से बिना लाईसेंस व बिना प्रशिक्षण के हाईवों पर टेंपों दौडा रहा है। आये दिन टैंपों से हादसे हो रहे है, लेकिन जिला प्रशासन या परिवहन विभाग कोई कार्यवाही करने को तैयार नही है। उन्होने सडकों पर दौडने वाले टेंपों का रूट निर्धारित कर उनको प्रशिक्षण दिलाने की मांग की।