ईडी की बड़ी कार्रवाई, GST धोखाधड़ी मामले में ₹15.41 करोड़ की संपत्ति कुर्क, फर्जी आईटीसी घोटाला

नयी दिल्ली - प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को बताया कि उसने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से जुड़े एक बड़े धोखाधड़ी मामले में 15.41 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां कुर्क की है।
ईडी के अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई रांची अंचल कार्यालय द्वारा शुरू की गयी। ईडी द्वारा कुर्क की गयी 10 अचल संपत्तियां कोलकाता और हावड़ा में स्थित हैं। ये संपत्तियां बड़े पैमाने पर जीएसटी धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड अमित गुप्ता और उसके सहयोगियों की हैं।
ईडी ने जीएसटी खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआई) द्वारा जमशेदपुर में शिव कुमार देवड़ा, अमित गुप्ता, सुमित गुप्ता और अमित अग्रवाल उर्फ विक्की भालोटिया के नेतृत्व वाले एक आपराधिक गिरोह के खिलाफ दर्ज की गयी कई शिकायतों के आधार पर यह जांच शुरू की है।
ईडी की जांच से पता चला है कि आरोपियों ने झारखंड, पश्चिम बंगाल और दिल्ली में 135 फर्जी कंपनियों का एक नेटवर्क बनाकर और उसका संचालन करके एक बड़ी धोखाधड़ी को अंजाम दिया। इस सिंडिकेट की कार्यप्रणाली में बिना किसी वास्तविक आपूर्ति के फर्जी जीएसटी चालान जारी किये गये थे। इससे उन्हें 734 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) बनाने में मदद मिली। इस फर्जी आईटीसी को फिर कमीशन के लिए विभिन्न अंतिम-उपयोगकर्ता संस्थाओं को बेच दिया गया। इस अवैध क्रेडिट का इस्तेमाल अपनी वैध जीएसटी देनदारियों से बचने के लिए किया, जिससे सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ।
जांच से पता चला है कि इस आपराधिक गतिविधि से सिंडिकेट को लगभग 67 करोड़ रुपये का कमीशन मिला। मुख्य वित्तीय प्रबंधक के रूप में कार्यरत अमित गुप्ता ने कई अचल संपत्तियां अर्जित करके इस अवैध आय को वैध बनाने में अहम भूमिका निभायी है। जांच से यह भी पता चला है कि डीजीजीआई द्वारा जांच शुरू करने के बाद अमित गुप्ता ने जानबूझकर इन संपत्तियों को अपने रिश्तेदारों और सहयोगियों को हस्तांतरित करके अपने कृत्यों को छिपाने की कोशिश की है।
इससे पहले ईडी ने इसी वर्ष आठ मई को तलाशी अभियान चलाया था, जिसमें मुख्य मास्टरमाइंड शिव कुमार देवड़ा, मोहित देवड़ा, अमित गुप्ता और अमित अग्रवाल उर्फ विक्की भालोटिया को गिरफ्तार किया गया था। वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। ईडी ने गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ रांची स्थित विशेष पीएमएलए अदालत में अभियोजन शिकायत पहले ही दायर कर दी है।
हाल ही में ईडी ने इस सिंडिकेट के प्रमुख शिव कुमार देवड़ा की 5.29 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी। यह 15.41 करोड़ रुपये की नवीनतम कुर्क संपत्ति, अवैध आय का पता लगाने और उसे कुर्क करने के चल रहे प्रयासों का एक और हिस्सा है। ईडी की आगे की जांच जारी है।
संबंधित खबरें
लेखक के बारे में

रॉयल बुलेटिन उत्तर भारत का प्रमुख हिंदी दैनिक है, जो पाठकों तक स्थानीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय खबरें तेज़, सटीक और निष्पक्ष रूप में पहुँचाता है, हिंदी पत्रकारिता का एक भरोसेमंद मंच !