यूपी में मौसम का पूर्वानुमान, अक्टूबर में सामान्य से अधिक बारिश संभव, ला-नीना का असर दिखेगा

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मानसून की विदाई के बावजूद, आगामी अक्टूबर माह में सामान्य से अधिक वर्षा और न्यूनतम तापमान रहने की संभावना है। लखनऊ मौसम विभाग ने यह पूर्वानुमान जारी किया है।
पश्चिमी और पूर्वी यूपी में वर्षा का हाल
मानसून के दौरान वर्षा के वितरण में क्षेत्रीय अंतर स्पष्ट रूप से देखा गया:
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश: यहाँ मानसून सामान्य से 12 फीसद अधिक सक्रिय रहा और 752.5 मिमी बारिश दर्ज हुई।
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पूर्वी उत्तर प्रदेश: यहाँ औसत से 17 फीसद कम वर्षा हुई, जहाँ केवल 666 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
डॉ. सिंह के अनुसार, इस अवधि में 30 जिलों में सामान्य, 27 जिलों में सामान्य से कम, 13 जिलों में सामान्य से अधिक, 2 जिलों में बहुत अधिक और 3 जिलों में बहुत कम बारिश दर्ज की गई।
मानसून की वापसी और ला-नीना का प्रभाव
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 18 जून को प्रदेश में प्रवेश किया था और 26 सितंबर तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश भागों से वापस लौट गया है। हालांकि, बंगाल की खाड़ी में बने निम्नदाब क्षेत्र और अक्टूबर की शुरुआत में संभावित अन्य मौसमी सिस्टम के कारण पूर्वी यूपी में मानसून की वापसी में देरी हो सकती है।
डॉ. सिंह ने बताया कि मौसम की यह अनिश्चितता प्रशांत महासागर में बनी हुई तटस्थ अल-निनो परिस्थितियों के अल्प समय के लिए ला-नीना में बदलने की संभावना के कारण है। साथ ही, हिंद महासागर में कमजोर नकारात्मक परिस्थितियाँ भी बनी हुई हैं।
तापमान का पूर्वानुमान
इन मौसमी कारकों के असर से, अक्टूबर में:
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प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक वर्षा और न्यूनतम तापमान रहने की संभावना है।
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पूर्वी उत्तर प्रदेश में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा।
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहने की उम्मीद है।
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