राष्ट्रपति ट्रंप ने सात नये देशों के नागरिकों को अमेरिका में प्रवेश से रोका, कुल 40 देशों पर लगा प्रतिबंध
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सात और देशों के नागरिकों को अमेरिका में प्रवेश करने से प्रतिबंधित कर दिया है, जिसके बाद पूर्ण एवं आंशिक रूप से प्रतिबंधित देशों की संख्या 40 हो गयी है।
व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, "ट्रंप ने एक घोषणा पर हस्ताक्षर किया, जिसमें उन देशों के नागरिकों के प्रवेश पर रोक का विस्तार किया गया, जहां जांच और जानकारी साझा करने में लगातार एवं गंभीर कमियां दिख रही थीं, ताकि देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और जनसुरक्षा को मज़बूत किया जा सके।"
ट्रंप ने जून में एक दस्तावेज़ पर दस्तख़त किये थे, जिससे 12 देशों के नागरिकों पर पूर्ण प्रतिबंध लग गया था। इन देशों में अफगानिस्तान, म्यांमार, चैड, कांगो गणराज्य, इक्वेटोरियल गिनिया, एरिट्रेया, हैती, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सुडान और यमन का नाम शामिल था। इसके अलावा उन्होंने बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सियेरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान और वेनेज़ुएला पर आंशिक प्रतिबंध लगाये थे।
ट्रंप ने मंगलवार को जिस घोषणा पर हस्ताक्षर किये, उससे बुर्कीना फ़ासो, माली, नाइजर, दक्षिण सुडान और सीरिया पर पूर्ण प्रतिबंध लगाये हैं। इसके अलावा फ़िलिस्तीनी पासपोर्ट रखने वाले नागरिकों के प्रवेश पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अलावा अमेरिकी प्रशासन ने लाओस और सियेरा लियोन का नाम भी आंशिक प्रतिबंध वाली सूची से हटाकर पूर्ण प्रतिबंध की सूची में शामिल किया है।
नये फ़ैसले ने अंगोला, एंटीगुआ और बारबोडा, बेनिन, आइवरी कोस्ट, डोमिनिका, गैबॉन, गाम्बिया, मलावी, मॉरिशानिया, नाइजीरिया, सेनेगल, तंजानिया, टोंगा, ज़ाम्बिया और ज़िम्बाब्वे सहित 15 नये देशों पर आंशिक पाबंदियां प्रवेश सीमाएं लागू की हैं। नई नीति के तहत जिन देशों के नागरिकों पर प्रवेश की आंशिक पाबंदियां लगी हैं, उनकी संख्या सात से बढ़कर 20 हो गयी है।
यह नया कदम अमेरिका में प्रवेश मुश्किल बनाने की ट्रंप की लगातार कोशिशों का हिस्सा है। थैंक्सगिविंग सप्ताह के दौरान वाशिंगटन, डीसी में हुई गोलीबारी में नेशनल गार्ड के दो सिपाहियों की मौत के बाद यह कदम उठाया गया है। इस घटना में संदिग्ध 29 साल का एक अफगान था जिसे अप्रैल में देश में शरण मिली थी।
