नीरव मोदी घोटाले में बड़ा मोड़: बहनोई मयंक मेहता को मिली माफी, बने सरकारी गवाह

Nirav Modi Brother In Law: मुंबई की विशेष सीबीआई अदालत ने करोड़ों डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले से जुड़े मामले में फरार कारोबारी नीरव मोदी के बहनोई मयंक मेहता को माफी दे दी है। इसके साथ ही उन्हें सरकारी गवाह के रूप में चिह्नित किया गया है। विशेष सीबीआई न्यायधीश एवी गुजराती ने 22 सितंबर को मेहता की क्षमादान याचिका इस शर्त पर स्वीकार की कि वे “अपराध और संबंधित प्रत्येक अन्य व्यक्ति के संबंध में अपनी जानकारी में आने वाली सभी परिस्थितियों का पूर्ण और सच्चा खुलासा करेंगे।”
आरोप और कानूनी स्थिति
याचिका में दलीलें और अदालत की स्वीकृति
मयंक मेहता ने अदालत में कहा कि वे कार्यवाही में भाग लेने के लिए स्वेच्छा से सितंबर 2021 में भारत आए थे। उनके वकील अमित देसाई ने कहा कि मेहता ने अभियोजन पक्ष और भारत सरकार को कई पहलुओं में सहायता की है। सरकारी वकील अरविंद अघव ने याचिका पर कोई आपत्ति नहीं जताई। अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलों और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) के प्रावधानों पर विचार करने के बाद माफी और सरकारी गवाह की मंजूरी दे दी।
भारत लाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आदेश
अदालत ने निर्देश दिया कि वर्तमान में विदेश में रह रहे आरोपी को जल्द से जल्द भारत लाया जाए और अदालत के समक्ष उपस्थित किया जाए। इसके अलावा, फरार हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी और उसका भतीजा नीरव मोदी पीएनबी घोटाले में मुख्य आरोपी हैं। इस मामले की जांच सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ED) दोनों कर रहे हैं।
सरकारी गवाह बनने से जांच में बढ़ेगी पारदर्शिता
मयंक मेहता की सरकारी गवाह बनने से जांच में अहम मोड़ आ सकता है। उनके खुलासे नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के खिलाफ सबूत जुटाने में मदद करेंगे। विशेषज्ञ मानते हैं कि इससे भारतीय बैंकिंग और आर्थिक प्रणाली में विश्वास बहाल करने में भी सहायता मिल सकती है।